आज ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां उत्तराखण्ड की बेटियों ने अपनी प्रतिभा का जलवा नहीं दिखाया हों। अब तो राज्य की बेटियां सेना में भर्ती होकर देशसेवा करने का जज्बा भी रखती है। आज हम आपको राज्य के चम्पावत जिले की एक ऐसी ही बेटी के विषय में बता रहे हैं जिन्होंने सेना में अफसर बनकर एक बार फिर सैन्य क्षेत्र में राज्य का मान बढ़ाया है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं मनीषा बोहरा की जिनके कंधों पर खुद उनके माता-पिता ने चेन्नई में आयोजित हुई पास आउट परेड में लगाए। खास बात यह है कि खुद मनीषा के पिता दिनेश सिंह बोहरा भी सेना में सूबेदार है। मनीषा के सैन्य अधिकारी बनने पर पूरे क्षेत्र में हर्षोल्लास का माहौल है।
बता दें कि मूल रूप से चम्पावत जिले के लोहाघाट विकासखंड के खूना बोरा गांव की रहने वाली मनीषा ने सेना में अधिकारी बनकर राज्य का मान बढ़ाया है। बताते चलें कि मनीषा ने विगत वर्ष सीडीएस की परीक्षा उत्तीर्ण की थी, जिसके बाद मनीषा की ओटीसी चेन्नई में एक वर्ष की ट्रेनिंग चल रही थी। गत सात सितंबर को आयोजित हुई पास आउट परेड में खुद उनके सूबेदार पिता दिनेश सिंह सहित उनके दादा हयात सिंह बोहरा, दादी बसंती देवी, मां गोदावरी देवी, भाई अरविंद बोहरा ने मनीषा के कंधों में सितारे लगाकर उन्हें सेना को समर्पित किया। चेन्नई में एक वर्ष कड़ी ट्रेनिंग के बाद अफसर बनने के पर उनकी पहली पोस्टिंग अब जम्मू कश्मीर के बारामूला में हुई है। मनीषा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मानेश्वर पब्लिक स्कूल खूनाबोरा से ही प्राप्त की है। मनीषा की इस उपलब्धि से उनके गांव खूनाबोरा सहित पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। उनके गांव की प्रधान रेखा बोहरा सहित अन्य ग्रामीणों का कहना है कि मनीषा खूना बोरा गांव की पहली सैन्य अधिकारी बनीं हैं।