उत्तराखण्ड : पीसीएस टॉपर बने हिमांशु ने बैंक क्लर्क से लेकर उपजिल्हाधिकारी तक किया सफर
बता दे की हिमांशु कफलिटिया नैनीताल जनपद के ग्राम स्वराज के रहने वाले हैं। उनके पिता घनश्याम कफलिटिया सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य और मां गीता गृहणी हैं। हिमांशु बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में काफी होशियार रहे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा वहीं गांव से हुई। इसके बाद की पढ़ाई उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय रुद्रपुर से की। वर्ष 2006 में कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर से ग्रेजुएशन किया। बताते चले की हिमांशु ने इससे पहले भी पीसीएस क्वालिफाई किया था। वर्तमान में वह कार्याधिकारी-जिला पंचायत के पद पर टिहरी में कार्यरत हैं। 1 जून को उनका स्थानांतरण इसी पद पर देहरादून में हुआ, लेकिन अभी तक उन्होंने ज्वाइन नहीं किया। हिमांशु की पत्नी गुंजन शर्मा 2016-बैच की आइआरएस हैं। वह अभी दून में सहायक आयुक्त आयकर के पद पर कार्यरत हैं। उनके भाई रमाशंकर सीए हैं। वह पेट्रोलियम मंत्रालय में विधिक सलाहकार हैं।
मुख्यमंत्री ने किया है सम्मानित
हाल ही में पौड़ी कमीश्नरी के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हिमांशु को सम्मानित किया था। स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण अंचलों में साफ-सफाई के बेहतर कार्य करने के लिए यह सम्मान मिला।