Connect with us
alt="pcs topper himashu"

उत्तराखण्ड

उत्तराखण्ड : पीसीएस टॉपर बने हिमांशु ने बैंक क्लर्क से लेकर उपजिल्हाधिकारी तक किया सफर

alt="pcs topper himashu"

रात नहीं ख्वाब बदलता है,
मंजिल नहीं कारवाँ बदलता है;
जज्बा रखो जीतने का क्यूंकि,
किस्मत बदले न बदले ,
पर वक्त जरुर बदलता है।
उपरोक्त पंक्तिया पीसीएस टॉपर बने हिमांशु कफल्टिया पर एकदम सटीक बैठती हैं, जी हां उन्होंने भी अपने संघर्षो से एक बैंक क्लर्क से लेकर डिप्टी कलक्टर तक का सफर तय किया। हिमांशु के जिंदगी का सफर संघर्षो से भरा रहा है। इस बीच कई असफलताओं का मुंह भी उन्हें देखना पड़ा। पर उनके कदम डगमगाए नहीं। हिमांशु कफलिटिया नैनीताल जनपद के ग्राम स्वराज के रहने वाले हैं। सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य घनश्याम कफलिटिया और माता गीता के पुत्र हिमांशु बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में होशियार रहे।
उन्होंने गांव के प्राइमरी स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा हासिल करने के बाद में जवाहर नवोदय विद्यालय रुद्रपुर से इंटर की परीक्षा पास की। नैनीताल से ग्रेजुएशन करने के बाद परीक्षा की तैयारी में जुट गए। ग्रेजुएशन करने के बाद परीक्षा की तैयारी में जुट गए। 2012 में हुई पीसीएस परीक्षा में उन्होंने किस्मत आजमाई लेकिन परिणाम उनकी उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा। लेकिन दिल में तमन्ना थी कि वह प्रशासनिक सेवा में ही अपना भविष्य बनाएंगे। एक अच्छी बात यह रही कि इस अवधि में उन्होंने तमाम परीक्षाएं पास की। वह छत्तीसगढ़ में दो साल एलआइसी में सहायक प्रशासनिक अधिकारी रहे। दिल्ली में एक साल विजया बैंक में क्लर्क के तौर पर काम किया।




बता दे की हिमांशु कफलिटिया नैनीताल जनपद के ग्राम स्वराज के रहने वाले हैं। उनके पिता घनश्याम कफलिटिया सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य और मां गीता गृहणी हैं। हिमांशु बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में काफी होशियार रहे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा वहीं गांव से हुई। इसके बाद की पढ़ाई उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय रुद्रपुर से की। वर्ष 2006 में कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर से ग्रेजुएशन किया। बताते चले की  हिमांशु ने इससे पहले भी पीसीएस क्वालिफाई किया था। वर्तमान में वह कार्याधिकारी-जिला पंचायत के पद पर टिहरी में कार्यरत हैं। 1 जून को उनका स्थानांतरण इसी पद पर देहरादून में हुआ, लेकिन अभी तक उन्होंने ज्वाइन नहीं किया। हिमांशु की पत्नी गुंजन शर्मा 2016-बैच की आइआरएस हैं। वह अभी दून में सहायक आयुक्त आयकर के पद पर कार्यरत हैं। उनके भाई रमाशंकर सीए हैं। वह पेट्रोलियम मंत्रालय में विधिक सलाहकार हैं।
मुख्यमंत्री ने किया है सम्मानित
हाल ही में पौड़ी कमीश्नरी के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हिमांशु को सम्मानित किया था। स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण अंचलों में साफ-सफाई के बेहतर कार्य करने के लिए यह सम्मान मिला।



More in उत्तराखण्ड

UTTARAKHAND GOVT JOBS

UTTARAKHAND MUSIC INDUSTRY

Lates News

To Top
हिमाचल में दो सगे नेगी भाइयो ने एक ही लड़की से रचाई शादी -Himachal marriage viral पहाड़ी ककड़ी खाने के 7 जबरदस्त फायदे!