Pithoragarh Tataiya attack today : ततैयों के हमले से महिला की मौत, महिला के बच्चे हुए अनाथ, मधुमक्खियों के हमले में चली गई युवक की जिंदगी, दो बच्चों के सर से उठा पिता का साया….
Pithoragarh Tataiya attack today: उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में गुलदारों का आतंक तो लगातार बरकरार ही है लेकिन इसके साथ ही ततैयों के झुंड भी लोगों पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार रहे है । दरअसल अभी तक कहीं सारे लोग ततैयों के हमले से मौत के घाट उतर चुके है। इतना ही नहीं बल्कि दिन प्रतिदिन यह समस्या गंभीर होती जा रही है। ऐसा ही कुछ मामला पिथौरागढ़ जिले से सामने आ रहा है जहां पर ततैयों के झुंड ने महिला पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतारा है वहीं दूसरी ओर मधुमक्खियों के हमले ने भी एक व्यक्ति की जान ले ली है। जिससे पूरे क्षेत्र में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है।
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Pithoragarh Tataiya attack news अभी तक मिले जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ जिले के मूनाकोट विकासखंड के मल्ली भटेड़ी गांव की निवासी 52 वर्षीय देवकी देवी पत्नी स्व त्रिलोक राम बीते गुरुवार की शाम मवेशियों के लिए घास काटने अन्य महिला के साथ जंगल हुई गई थी। तभी घास काटने के दौरान अचानक से महिला पर ततैयों के झुंड में हमला कर दिया जिसके चलते महिला की चीख पुकार मच गई और वो गंभीर रूप से घायल हो गई जिसकी सूचना दूसरी महिला ने उनके परिजनों को दी। तभी उनके परिजन तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने वहां से महिला को सीधा अस्पताल भर्ती करवाया जहाँ पर बीते गुरुवार की देर रात महिला ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं शुक्रवार को महिला के शव का पोस्टमार्टम किया गया तत्पश्चात महिला के परिजनों तालेश्वर घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया। महिला की मौत के बाद से उनके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। बताया जा रहा है मृतका के ललित व धर्मेंद्र नाम के दो बेटे हैं जो माँ की मौत के बाद अनाथ हो गए है ।
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tanakpur Champawat Tataiya attack वहीं दूसरी घटना बीते शुक्रवार की है जहां पर मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के भौडी गांव के रहने वाले व चंपावत जिले के टनकपुर के मनिहारगोठ के हाल निवासी 50 वर्षीय नरेश चंद्र तिवारी पुत्र भोपाल दत्त तिवारी पिथौरागढ़ के चुंगी के पास ट्रांसपोर्ट में काम कर रहे थे तभी इस दौरान मधुमक्खियों ने उन पर हमला कर दिया। स्थानीय लोगों को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत नरेंद्र चंद्र को अस्पताल पहुंचाया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही नरेंद्र चन्द्र की मौत हो चुकी थी। वही डॉक्टर जितेंद्र जोशी ने बताया कि मृतक के शरीर में कहीं भी डंक नही थे । बरहाल पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असल वजह पता चल सकेगी। मृतक के बड़े भाई सुरेश तिवारी का कहना है कि नरेश को 1 साल पहले ही दिल का दौरा पड़ा था।
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