Pauri bus accident news : पौड़ी देहलचौरी मोटर मार्ग पर कोठार बैंड के पास दर्दनाक हादसा, गहरी खाई में समाई बस, 6 लोगों की मौत, 2012 मॉडल की बताई जा रही बस…
Pauri bus accident news: उत्तराखंड के पौड़ी जिले के पौड़ी देहलचौरी मोटर मार्ग पर कोठार बैंड के पास बीते रविवार को एक दर्दनाक बस हादसा घटित हुआ जिसमें मां बेटे समेत केसुंदर गांव के चार लोगों की मौत हुई इतना ही नहीं बल्कि दो अन्य लोगों ने भी दम तोड़ा। जबकि कई लोग घायल हुए है जिनका अस्पताल मे उपचार चल रहा है। बस हादसे की वजह अभी तक सामने नहीं आ पाई है लेकिन एक बड़ा कारण सामने आ रहा है कि बस बेहद पुरानी थी। बताया जा रहा है कि बस 2012 मॉडल की है जिसके सभी दस्तावेज सही है। इतना ही नहीं बल्कि बस के बीमा को भी वैध बताया गया है। हादसे से संबंधित जानकारियां जुटाई जा रही है।
Pauri garhwal bus accident news today गौरतलब हो कि बीते रविवार की शाम करीब 4 बजे राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले में पौड़ी-सत्यखाल मोटर मार्ग पर कोठार बैंड के पास 28 सवारियों से भरी एक मिनी बस वाहन संख्या UK12PB-0177 अनियंत्रित होकर सड़क से लगभग 80 मीटर नीचे खाई में समा गई थी। जिसमें केसुंदर गांव के चार लोगों की मौत हो गई। इतना ही नहीं बल्कि इस हादसे में केसुंदर गांव की प्रमिला और उनके बेटे प्रियांशु ने भी दम तोड़ा। दरअसल केसुंदर गांव की ग्राम प्रधान नूतन रावत ने बताया की सुलोचना आंगनवाड़ी कार्यकर्ता थी और बीते रविवार के दिन काम के सिलसिले में उनकी बात सुलोचना से हुई थी। उन्होंने बताया कि बस में अधिक भीड़ होती नहीं है लेकिन बीते रविवार को कुछ लोग सत्संग के लिए पौड़ी आए थे और कुछ बाहर से बीते रविवार को अपने गांव की ओर आ रहे थे। इस दौरान यह हादसा घटित हुआ जिसमें पांच लोगों ने मौके पर दम तोड़ा जबकि एक युवक ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ा। यह भी पढ़ें- Pauri Garhwal Bus accident today: पौड़ी गढ़वाल बस हादसा 5 की गई जिंदगी
pauri bus accident latest news reason इतना ही नहीं बल्कि हादसे के बाद जिला अस्पताल में कर्मचारियों की कमी के साथ ही एंबुलेंस नहीं होने के कारण घायलों को स्थानीय निवासी अपने वाहनों से अस्पताल ले जाते हुए नजर आए। जबकि जिला अस्पताल में दो एंबुलेंस खराब पड़ी हुई थी। घायलों का उपचार करने के लिए अस्पताल में ना तो लाइट जाने पर जनरेटर की व्यवस्था थी और ना ही अन्य सुविधाएं मौजूद थी। अस्पताल की खामियां कुछ इस कदर देखने को मिली कि वहां पर लाइट जाने के बाद मोबाइल की रोशनी पर घायलों का उपचार किया गया। बस हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है बताया जा रहा है कि बस 2012 मॉडल की थी जिसके सभी दस्तावेज सही है इसके साथ ही बस का बीमा भी वैध बताया गया है। बस की गति भी सामान्य बताई जा रही है और ना ही कोई ओवरलोडिंग का मामला सामने आया है। ऐसे में हर कोई बस हादसे के कारणों को जानना चाह रहा है। वो तो गनीमत रही थी कि 80 मीटर नीचे बस लुढ़कने के बाद चीड़ के पेड़ से टकराकर रुक गई, अन्यथा हादसे का मंजर और भी अधिक भयावह हो सकता था।