Uttarakhand: पिथौरागढ़ (Pithoragarh) जिले में आदमखोर तेंदुए (Leopard) ने घास काटने गई महिला को बनाया अपना निवाला, तीन बच्चों के सर से उठा मां का साया..
राज्य (Uttarakhand) में जंगली जानवर अब ग्रामीणों के जी का जंजाल बन चुके हैं। अब तक जंगली जानवरों से अपनी खेती की सुरक्षा को चिंतित ग्रामीण अब अपने परिवार को भी सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं। आए दिन राज्य के किसी ना किसी क्षेत्र से जंगली जानवरों के आतंक की खबरें सामने आती रहती है। कई बार तो जंगली जानवरों के इस हमले में ग्रामीणों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी हैं। आज एक बार फिर राज्य के पिथौरागढ़ (Pithoragarh) जिले से एक ऐसी ही दुखद खबर सामने आ रही है जहां घास काट रही महिला पर एक आदमखोर तेंदुए (Leopard) ने अपना निवाला बना लिया। इस दुखद घटना से जहां मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है वहीं पूरे क्षेत्र में भी दहशत का माहौल है। बताया गया है कि महिला की मौत के बाद तीन बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया है। ग्रामीणों ने तेंदुए को आदमखोर घोषित कर उसे मारने और गांव में पिंजरा लगाने की मांग वन विभाग के अधिकारियों से की है।
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कलावती की मौत के बाद से बेसुध हैं मृतका के पति उमेद सिंह, बच्चों का भी रो-रोकर बुरा हाल:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के पिथौरागढ़ जिले के कनालीछीना विकासखंड के कापड़ी गांव ग्राम पंचायत के बजेत गांव निवासी उमेद सिंह की पत्नी कलावती देवी बीते रोज शाम 5:30 बजे के आसपास घर से आधा किमी दूर मवेशियों के लिए घास काट रही थी। इसी दौरान घटनास्थल पर पहले से घात लगाकर छिपे हुए एक आदमखोर तेंदुए ने कलावती पर हमला कर दिया। इससे पहले कि कलावती कुछ समझ पाती तेंदुआ उसे घसीटते हुए जंगल की तरफ ले गया। महिला की चीख पुकार सुनकर खोजबीन पर निकले ग्रामीणों को कलावती का क्षत-विक्षत शव घटनास्थल से ढाई किलोमीटर दूर जंगल से बरामद हुआ। बताया गया है कि मृतक कलावती और उसका पति उमेद सिंह, दो भैंस और एक गाय पालकर परिवार का भरण-पोषण करते थे। परिवार की आर्थिकी को संभालने में कलावती का अहम योगदान था। कलावती पशुओं के लिए चारे समेत सभी व्यवस्थाएं करती थी। दोनों पति-पत्नी दूध बेचकर घर का खर्चा भी चलाते थे। अब कलावती की आकस्मिक मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मृतका के पति उमेद सिंह जहां कलावती की मौत के बाद से बेसुध हैं वहीं बच्चों का भी रो-रोकर बुरा हाल है।
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