सैन्य सम्मान के साथ हुआ उत्तराखंड के जवान का अंतिम संस्कार, अंतिम विदाई में उमड़ा जन सैलाब
बता दें कि मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के गणाईगंगोली क्षेत्र के नैनोली गांव निवासी राइफलमैन बालम सिंह डोभाल की प्रशिक्षण के बाद सेना में पहली पोस्टिंग के लिए जाते समय चार रोज पूर्व मौत हो गई थी। तीन भाइयों में सबसे छोटे शहीद राइफलमैन बालम बीते वर्ष 23 मार्च 2018 को सेना की तीन कुमाऊं रेजिमेंट में भर्ती हुआ थे। रानीखेत में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद वह कुछ समय पूर्व ही घर आए थे। उनकी पहली पोस्टिंग आसाम हुई थी। जिसके लिए वह बीते शनिवार को घर से रानीखेत और फिर वहां से आसाम के लिए रवाना हुए थे। चार रोज पूर्व जब असम के गुवाहाटी में थे तो उनकी मौत हो गई थी। बालम के आकस्मिक निधन की खबर को सुनकर घर में कोहराम मच गया था। शोकाकुल परिजनों के साथ ही पूरे गांव में मातम पसर गया था। जवान की मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है अलबत्ता साथ में आए सेना के जवानों ने बताया कि गुवाहाटी में ट्रेन से उतरते समय गिरने से उसकी मौत हो गई।