Panwar family Dharali disaster: 6 साल का अक्षित देख रहा अपने परिजनों की राह, नही लगा माता-पिता और छोटे भाई का सुराग….
mukesh panwar family missing son akshit wait good news dharali disaster Uttarkashi: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली मे आई त्रासदी ने ना जाने कितने परिवारों को हमेशा के लिए गहरे जख्म दे दिए है जिनसे उभर पाना किसी के लिए भी आसान नही होने वाला है । इस आपदा में मुकेश पंवार उनकी पत्नी विजेता और 4 साल का मासूम बेटा अनिक पंवार एक हफ्ते से लापता चल रहे हैं जिनका अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है वही घर पर 6 साल का बेटा अक्षित एक टक लगाए उनकी राह देख रहा है लेकिन वो परिजनों की लापता की खबर से बेखबर है ।
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गौरतलब हो कि उत्तरकाशी जिले के धराली के निवासी 38 वर्षीय मुकेश पंवार तिलोथ मे किराए के कमरे पर रहते थे जो बीते 3 अगस्त को अपनी पत्नी विजैता और 4 साल के बेटे अनिक के साथ धराली के लिए निकले जहां पर उनका होटल भी था । दरअसल मुकेश के बड़े भाई सुशील हाल ही में धराली क्षेत्र पंचायत सदस्य चुने गए जिसके तहत उस दिन पहले मुकेश पूरे परिवार के साथ वोट देने के लिए गांव गए थे वही गांव में हारदूध मेला मनाने और भाई के क्षेत्र पंचायत बनने की दोहरी खुशी के लिए गांव गए मुकेश को कहां मालूम था कि वह आपदा के सैलाब में खो जाएंगे जिनका एक सप्ताह बाद भी कोई पता नहीं चल पाया है।
6 साल का मासूम देख रहा परिजनों की राह
इस बीच उनका 6 साल का बेटा अक्षित उनके वापस घर लौटने का इंतजार कर रहा है। अक्षित की स्कूल की छुट्टी ना होने के कारण उसके परिजन उसे आपदा से एक दिन पहले मामा के घर उत्तरकाशी छोड़ आए थे। अक्षित बार-बार अपने मामा से मम्मी पापा और भाई की तस्वीर दिखाने को कहता है वही सोशल मीडिया पर आपदा से जुड़े वीडियो देखते ही उन्हें तुरंत हटा देता है मानो वो इस भयावह सच को स्वीकार नहीं करना चाहता हो ।
नही हो पा रहा सम्पर्क
अक्षित के मामा महेंद्र चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि हादसे के दिन उनके जीजा के बड़े भाई के फोन करने पर कुछ देर के लिए घंटी बजी लेकिन उसके बाद उनका और उनकी बहन और छोटे भांजे का किसी भी तरह से संपर्क नहीं हो पाया। इस आपदा ने न सिर्फ लोगों का आर्थिक नुकसान किया बल्कि कई सारे लोगों को हमेशा के लिए तोड़कर रख दिया है।
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