Jammu IED BLAST Army martyr: पाकिस्तान बार्डर एलओसी के पास आईईडी ब्लास्ट, भारतीय सेना के कैप्टन करमजीत व नायक मुकेश सिंह शहीद, देश मे दौड़ी शोक की लहर, घर मे चल रही थी शादी की तैयारियां, अप्रैल में होनी थी शादी…..
Jammu IED BLAST Army martyr: जम्मू-कश्मीर से बीते मंगलवार को पूरे देशवासियों के लिए एक दुखद खबर सामने आई थी जहां पर अखनूर में एलओसी के पास IED ब्लास्ट में भारतीय सेना के 2 जवान शहीद हो गए थे। जिनमे एक जवान झारखंड के हजारीबाग के रहने वाले कैप्टन करमजीत बक्शी थे जिनकी शादी 5 अप्रैल को होने वाली थी वहीं दूसरा जवान जम्मू कश्मीर का ही रहने वाला नायक मुकेश सिंह था जिनकी शादी 18 अप्रैल को होने वाली थी लेकिन उससे पहले ही दोनों भारतीय सेना के जवान वीरगति को प्राप्त हो गए। सेना के दोनो जवानों की शहादत की खबर सुनते ही उनके परिजनों में कोहराम मच गया वहीं पूरे देशवासियों में शोक की लहर दौड़ गई।
Mukesh karmjeet Singh army martyr IED Blast अभी तक मिली जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर के सांबा जिले के कमीला गांव के रहने वाले मुकेश सिंह बीते मंगलवार की दोपहर करीब 3:30 बजे जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में LOC के पास सेना के अन्य जवानों के साथ गश्त पर थे। तभी आतंकवादियों ने सेना के गश्ती दल को आईईडी से निशाना बनाया जिसके कारण देश की हिफाजत करते हुए नायक मुकेश सिंह शहीद हो गए। जिनकी शहादत की खबर सुनते ही उनके परिजनों में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। वहीं पूरे देश मे शोक की लहर दौड़ गई। यह भी पढ़ें- Chattisgarh naxal attack today: छत्तीसगढ़ बिजापुर नक्सली हमले में 9 जवान शहीद
Mukesh Singh Manhas army martyr samba Jammu Kashmir जानकारी मिली है कि शहादत को प्राप्त हुए मुकेश सिंह की शादी 18 अप्रैल को होनी तय हुई थी जिसके कारण उनके परिजन शादी की तैयारियों में जुटे हुए थे लेकिन अपने बेटे की शहादत की खबर सुनते ही सभी को गहरा सदमा लग गया। दरअसल मुकेश सिंह 25 फरवरी को घर आने वाले थे लेकिन उससे पहले ही वो आतंकवादी हमले में शहीद हो गए । बताते चले शहीद मुकेश सिंह ने 11 साल तक भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दी जिनके बड़े भाई भी इस समय सेना में तैनात हैं। वहीं शहीद मुकेश के पिता पुलिस अधिकारी के पद से रिटायर्ड है। मुकेश के एक पड़ोसी ने बताया कि मुकेश कुछ दिन पहले घर आए थे और इस दौरान वह शादी से पहले घर की सजावट के लिए टाइल्स फर्नीचर और अन्य सामान लाए थे। वहीं आज बुधवार के दिन शहीद मुकेश सिंह को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव में अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान सभी ने भारत माता के जयकारे लगाए । यह भी पढ़ें- Haldwani news: वरिष्ठ सर्जन डॉक्टर धीरेंद्र बनकोटी के इकलौते बेटे की चली गई जिंदगी
Captain Karamjit Singh Jharkhand army martyr वहीं दूसरी ओर आईडी ब्लास्ट में झारखंड के हजारीबाग के झुलु पार्क के रहने वाले 28 वर्षीय कैप्टन करमजीत सिंह बक्शी उर्फ पुनीत भी शहीद हुए जो अजिंदर सिंह बक्शी और नीलू बक्शी के इकलौते पुत्र थे। दरअसल करमजीत बख्शी की शादी आगामी 5 अप्रैल को होनी तय हुई थी लेकिन उससे पहले ही उन्होंने मां भारती की सेवा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी। बताया जा रहा है कि शादी की तैयारी के लिए वह 10 दिन पहले हजारीबाग आए थे और शादी तय होने के बाद वह वापस ड्यूटी पर कश्मीर चले गए थे जिन्होंने 29 मार्च को शादी से जुड़ी रस्मे निभाने के लिए वापिस घर आना था लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था वहीं आज बुधवार को शहीद कैप्टन का पार्थिव शरीर हजारीबाग स्थित भारत माता चौक पर पहुंच गया है । बताते चले करमजीत की पढ़ाई हजारीबाग में ही हुई थी जिसके बाद वो SSB के जरिए सेना में लेफ्टिनेंट की पद पर तैनात हुए और बाद मे कैप्टन बने । उनकी शहादत की खबर सुनते ही घर में चल रही शादी की तैयारियों को रोक दिया गया। आपको बताते चलें करमजीत की मंगेतर भी सेना में मेडिकल डिपार्टमेंट में मेजर के पद पर तैनात है । करमजीत की शहादत की खबर सुनते ही उनके परिजनों समेत पूरे देश भर में शोक की लहर दौड़ गई है। यह भी पढ़ें- Martyr Rakesh Kumar: आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए राकेश, पत्नी ने सेल्यूट कर दी विदाई
रचना भट्ट एक अनुभवी मिडिया पेशेवर और लेखिका हैं, जो पिछले कई वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने पत्रकारिता में मास्टर डिग्री प्राप्त की है और समाज, संस्कृति समसामयिक मुद्दों पर अपने विश्लेषणात्मक लेखन के लिए जानी जाती हैं।