Uttarakhand: हल्द्वानी (Haldwani) में दूध लेने जा रहे बाइक (Bike) सवार युवक को टैंपो ने रौंदा, हादसे (Accident) में युवक की दर्दनाक मौत..
राज्य(Uttarakhand) के नैनीताल जिले के हल्द्वानी(Haldwani) में शनिवार सुबह एक परिवार की दिवाली की खुशियां उस समय मातम में बदल गई जब दूध लेने जा रहे बाइक(Bike) सवार युवक को एक तेज रफ्तार टैंपो ने टक्कर मारकर बुरी तरह रौंद दिया। हादसे(Accident) में बुरी तरह घायल युवक ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड दिया। बताया गया है कि 22 वर्षीय मृतक युवक एक रेस्टोरेंट में कारीगर की नौकरी करता था। हादसे में जवान बेटे की अकस्मात मौत की खबर से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है उनकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। उधर दूसरी ओर हादसे की सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। हादसे के बाद आरोपी टैंपो चालक दुर्घटनास्थल से फरार हो गया। जिसकी तलाश में पुलिस जुट गई है।
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हादसे के बाद घटनास्थल से गुजर रहे लोगों की असंवेदनशीलता भी बनी युवक की मौत की वजह, घायल युवक को दर्द से कराहते देखकर भी नहीं पिघला लोगों का दिल, किसी ने नहीं की अस्पताल पहुंचाने की कोशिश:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के नैनीताल जिले के हल्द्वानी के बस्ती का रहने वाला ललित कुमार आर्य पुत्र टीकम आर्य देवलचौड़ स्थित एक रेस्टोरेंट में कारीगर की नौकरी करता था। बताया गया है कि शनिवार सुबह ललित रोजाना की तरह बाइक से दूध लेने गन्ना सेंटर के किसी गाँव जा रहा था। इससे पहले कि वह गन्ना सेंटर पहुंच पाता सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार टैंपो ने उसकी बाइक को गन्ना सेंटर से कुछ दूर पहले जबरदस्त टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ललित की बाइक छिटककर दूर जा गिरी और वह भी गम्भीर रूप से घायल हो गया। इस दर्दनाक हादसे में उसके सीने और सिर पर गम्भीर चोंट लग गई। इस दौरान सड़क पर गम्भीर रूप घायल पड़े ललित को वहां से गुजर रहे लोगों की संवेदनहीनता का भी सामना करना पड़ा। घटनास्थल से गुजरते लोग दर्द से कराहते ललित को देखते इधर-उधर आते-जाते रहें परंतु किसी ने भी उसे अस्पताल पहुंचाने की कोशिश तक नहीं की। लोगों की संवेदना को इस तरह मरता देख घायल पड़े ललित ने जैसे-तैसे खुद ही रेस्टोरेंट मालिक अंकित नेगी को हादसे की सूचना दी, जिस पर घटनास्थल पर पहुंचे अंकित ने उसे सुशीला तिवारी अस्पताल भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान ललित ने दम तोड दिया। इस दौरान चिकित्सकों का कहना था कि अगर लोगों ने मानवता दिखाते हुए उसे कुछ समय पहले अस्पताल पहुंचाया होता तो शायद ललित की जान बच जाती।
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