Connect with us
Ancient historical cave found on Dhyulikot Kadki Cave Udiyar Almora signs of Copper Stone Age uttarakhand breking news today
Image : social media ( Dhyulikot Kadki Udiyar Almora)

ALMORA NEWS

Almora news: अल्मोड़ा पहाड़ी पर मिली प्राचीन गुफा, आदिमानव ताम्रपाषाण काल के संकेत

Dhyulikot Kadki Udiyar Almora  : अल्मोड़ा में मिले नवापाषाण जीवन के निशान, विशाल पहाड़ी पर दिखाई दी गुफा, पत्थर की तीन ओखलियां भी मिली, प्राचीन काल में था सामूहिक गतिविधियों का केंद्र… 

Ancient historical cave found on Dhyulikot Kadki Cave Udiyar Almora signs of Copper Stone Age uttarakhand breking news today  : देवभूमि उत्तराखंड अपने पुरातत्व और पाषाण काल समेत ऐतिहासिक काल को समेटे हुए हैं जिसके चलते यहां पर अभी तक कई सारी प्राचीन गुफाएं तक मिल चुकी है। जो लोगों को इतिहास के साथ- साथ प्राचीन सभ्यता से रूबरू करवाती है। ऐसी ही कुछ खबर आ रही है अल्मोड़ा जिले से जहां पर ध्यूलीकोट मे पुरातत्वविदों ने एक महत्वपूर्ण प्रागैतिहासिक शैलाश्रय खोज की है। बताते चले यह खोज इतिहास प्रेमियों के लिए महत्वपूर्ण तो है ही लेकिन इसके साथ ही पर्यटन की दृष्टि से भी यह आकर्षण का केंद्र बन सकती है।

यह भी पढ़े :Pithoragarh cave: पिथौरागढ़ में मिली 2 रहस्यमई गुफा, समुद्र मंथन के मेरु पर्वत जैसा आकार

अभी तक मिली जानकारी के अनुसार अल्मोड़ा जिले के हवालबाग ब्लॉक के रौनडाल गांव के पास ध्यूलीकोट में पुरातत्वविदों ने एक महत्वपूर्ण खोज की है। जिसके तहत मुख्यालय से लगभग 22 किलोमीटर दूर टापू नुमा पहाड़ी पर उन्हें 12 मीटर परिधि में फैला हुआ प्रागैतिहासिक शैलाश्रय मिला है। इसके साथ ही डेढ़ किलोमीटर कड़की उड़यार में एक गुफा भी मिली है जो शैलाश्रय नवपाषाण से ताम्रपाषाण युग (4000–2000 ईसा पूर्व) की मानी जा रही है।

अल्मोड़ा मे कई जगह मिल चुके प्रागैतिहासिक शैलाश्रय

दरअसल ध्यूलीकोट के शैलाश्रय की विशेष खासियत यह है कि इसमें पत्थर में बने तीन पारंपरिक ओखलियां मिली है जिनकी गहराई लगभग 14 से 15 सेमी और चौड़ाई 12 से 14 सेमी है। जिससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि यह स्थल प्राचीन काल में सामूहिक गतिविधियों का केंद्र रहा होगा ,जिस पर पुरातत्व की टीम ने सांस्कृतिक महत्व के साथ ऐतिहासिक महत्व का अध्ययन करना शुरू कर दिया है। अभी तक अल्मोड़ा में लखुडियार के साथ कई जगहों पेटशाल, कसार देवी, फड़कानौला, फलसीमा, ल्वेथाप, महरुउड्यार आदि में प्रागैतिहासिक शैलाश्रय मिल चुके है। ध्यूलीकोट का यह शैलाश्रय एक टॉप पर स्थित है जहां से अल्मोड़ा लोधिया जैसे क्षेत्र स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं जिन्हें रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

कडकी उडियार मे मिली 10 मीटर ऊंची गुफा

पुरातत्वविदों की माने तो उन्हे ध्यूलीकोट से करीब डेढ़ किमी दूर एक और शैलाश्रय कड़की उडियार भी मिला है। जिसकी लंबाई लगभग चार मीटर और चौड़ाई तीन मीटर है, जबकि ऊपर छतनुमा पत्थर करीब 10 मीटर ऊंचा है। इसमें एक साथ 10 लोग खड़े और 15–20 लोग बैठ सकते हैं। इस उडियार में एक प्राकृतिक छेद भी है, जो हवा और प्रकाश आने-जाने का साधन रहा होगा ऐसा पुरातत्वविदों का मानना है।

उत्तराखंड की सभी ताजा खबरों के लिए देवभूमि दर्शन के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़िए।।

More in ALMORA NEWS

UTTARAKHAND GOVT JOBS

UTTARAKHAND MUSIC INDUSTRY

Lates News

To Top
हिमाचल में दो सगे नेगी भाइयो ने एक ही लड़की से रचाई शादी -Himachal marriage viral पहाड़ी ककड़ी खाने के 7 जबरदस्त फायदे!