Anubhuti Bhardwaj flying officer: पौड़ी गढ़वाल की होनहार बेटी अनुभूति भरने जा रही अपने सपनों की ऊंची उड़ान, वायु सेना तकनीकी अकादमी बेंगलुरु से पास आउट होकर भारतीय वायु सेना में बनी फ्लाइंग अफसर……….
Anubhuti Bhardwaj flying officer: उत्तराखंड की बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। वह विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मेहनत, लगन व प्रतिभा के दम पर सफलता के नए-नए आयामों को छू रही हैं और साथ ही अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से राज्य का नाम भी रोशन कर रही हैं। इतना ही नहीं यहां की बहुत सारी बेटियां भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत है जो देश की रक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान तो दे ही रही है बल्कि इसके साथ- साथ समाज मे बदलाव लाकर अन्य बेटियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनती जा रही है। हम आए दिन आपको ऐसी ही होनहार बेटियों से रूबरू करवाते रहते हैं जो किसी विशिष्ट क्षेत्र में अपनी मेहनत के जरिए पहचान बना रही है। आज हम आपको एक और ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू करवाने वाले हैं जिन्होंने भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग अफसर बनने का मुकाम हासिल कर पूरे प्रदेश का मान बढ़ाया है। जी हां….. हम बात कर रहे हैं मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार क्षेत्र की रहने वाली अनुभूति भारद्वाज की जो भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर बन गई है। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में खुशी का माहौल है वहीं उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता भी लगा हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अनुभूति भारद्वाज सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी जीएन भारद्वाज तथा राजकीय बालिका इंटर कॉलेज लालपानी की प्रधानाचार्य वंदना भारद्वाज की बेटी है। जो मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार शहर जौनपुर की निवासी है जिन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल कोटद्वार से प्राप्त करने के पश्चात गढ़वाल विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस से बीटेक की डिग्री हासिल की है। इसके पश्चात उन्होंने एयर फोर्स की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर 9 जनवरी 2023 को एयरफोर्स अकादमी हैदराबाद में दाखिला लिया। जहां से उन्होंने 6 माह का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त कर एयर फोर्स तकनीकी कॉलेज बेंगलुरु से एक वर्ष का तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इसके उपरांत बीते एक जून को एयरफोर्स तकनीकी कॉलेज बेंगलुरु में आयोजित हुई पासिंग आउट परेड में कमीशन हासिल कर वह फ्लाइंग अफसर बनकर भारतीय वायु सेना का हिस्सा बन गई है। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से समूचे प्रदेश को गौरवान्वित होने का सुनहरा अवसर प्रदान हुआ है।