Sanjay Pushwan army martyr: तीन माह पूर्व, भारतीय सेना की 11 गढ़वाल राइफल्स से अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति सेना में शामिल हुए थे शहीद हवलदार संजय सिंह पुष्वाण, वर्तमान में अफ्रीका महाद्वीप के युगांडा में थी उनकी तैनाती…
Sanjay Pushwan army martyr: समूचे उत्तराखण्ड के लिए एक बेहद दुखद खबर अफ्रीका महाद्वीप के युगांडा से सामने आ रही है जहां तैनात राज्य का एक वीर सपूत अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए हैं। शहीद जवान की पहचान संजय सिंह पुष्वाण के रूप में हुई है। बताया गया है कि वे मूल रूप से राज्य के रूद्रप्रयाग जिले के ग्राम पंचायत किमाणा के रहने वाले थे तथा तीन माह पूर्व, भारतीय सेना की 11 गढ़वाल राइफल्स से अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति सेना में शामिल हुए थे। उनकी शहादत की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं समूचे प्रदेश में भी शोक की लहर दौड़ गई है। वह अपने पीछे पिता, पत्नी, एक पुत्री व एक पुत्र सहित भरे पूरे परिवार को रोते बिलखते छोड़ गये हैं। उनकी शहादत से दो मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया भी उठ गया है। उनका पार्थिव शरीर शनिवार को उनके पैतृक गांव पहुंचने की संभावना जताई गई है।
Sanjay Pushwan garhwal rifles Rudraprayag
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के रूद्रप्रयाग जिले के ग्राम पंचायत किमाणा निवासी संजय सिंह पुष्वाण भारतीय सेना की 11 गढ़वाल राइफल्स में हवलदार के पद पर कार्यरत थे। तीन माह पूर्व वे 11 गढ़वाल राइफल्स से अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति सेना में शामिल हुए थे तथा वर्तमान में उनकी तैनाती अफ्रीका महाद्वीप के युगांडा में थी। जहां बीते बुधवार को ड्यूटी के दौरान उनके सीने में अचानक असहनीय दर्द होने लगा। जिस पर उनके साथियों ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनकी शहादत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। सैन्य अधिकारियों ने परिजनों को दूरभाष से जैसे ही उनकी शहादत की सूचना दी तो उनके परिवार में कोहराम मच गया। इस दुखद खबर से जहां उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है वहीं पूरे क्षेत्र में भी मातम पसरा छा गया है।