Uttarakhand Marty Bhupendra Negi: तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर को देखकर बिलख पड़े परिजन, पत्नी हुई बेसुध, बच्चों का भी रो-रोकर बुरा हाल, विशाल जनसैलाब ने नम आंखों से दी भावभीनी श्रद्धांजलि….
Uttarakhand Marty Bhupendra Negi
मां भारती की सेवा करते हुए बीते दिनों जम्मू कश्मीर के लद्दाख में हुए टैंक हादसे में शहीद हुए उत्तराखण्ड के वीर सपूत डीएफआर भूपेंद्र सिंह नेगी, मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। परिजनों के अंतिम दर्शनों के बाद उनका अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ गांव के पैतृक बोडोली घाट पर किया गया। उनके बड़े बेटे कुनाल ने शहीद भूपेंद्र की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान शहीद भूपेंद्र की अंतिम यात्रा में उमड़े विशाल जनसैलाब ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प वर्षा कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शोक में व्यापारियों ने पाबो बाजार को बंद रखा। साथ ही पैतृक घाट पर मौजूद सेना के जवानों ने उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम सलामी दी।
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Saheed Bhupendra Negi Pauri Garhwal
गौरतलब हो कि मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के पाबौ विकासखंड के बिशल्ड गांव निवासी भूपेंद्र सिंह नेगी भारतीय सेना में डीएफआर के पद पर कार्यरत थे। वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में थी, जहां बीते दिनों श्योक नदी पर हुए टैंक हादसे में वह शहीद हो गए थे। मंगलवार सुबह जैसे ही उनका पार्थिव शरीर सेना के वाहन से उनके पैतृक गांव पहुंचा तो परिजनों के साथ ही स्थानीय लोगों की आंखों से अश्रुओं की धारा बह निकली। पति को तिरंगे में लिपटा देखकर जहां शहीद भूपेंद्र की पत्नी अशी देवी बेसुध हो गई वहीं अन्य परिजन भी शहीद के पार्थिव शरीर को देखकर बिलख पड़े। इस करूण दृश्य को देखकर वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गई। बता दें कि शहीद भूपेंद्र अपने पीछे पिता, पत्नी और तीन बच्चों सहित भरे पूरे परिवार को रोते बिलखते छोड़ गए हैं। सरकार की ओर से कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और विपक्ष की ओर से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी शहीद के गांव पहुंचकर भूपेंद्र सिंह नेगी के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
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