Haldwani Bhu kanoon rally: हल्द्वानी में भी मूल निवास स्वाभिमान महारैली का किया गया आयोजन रखी गई ये शर्ते
बीते 28 जनवरी को मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के तहत हल्द्वानी में भी मूल निवास स्वाभिमान महारैली का आयोजन किया गया ,जिसमें कई संगठनों ने हिस्सा लिया। रैली में शामिल लोगों ने कहा कि यदि आज हम अपने हक के लिए नहीं लड़े तो कल बाहरी लोग हमारे ऊपर पर राज करेंगे। जैसा कि विदित है उत्तराखंड में मूल निवास कानून लागू करने और इसकी कट ऑफ डेट 26 जनवरी 1950 घोषित किए जाने तथा राज्य में सशक्त भू-कानून लागू किए जाने जैसे मुद्दों को लेकर हल्द्वानी में उत्तराखंड मूल निवास स्वाभिमान महारैली निकाली गई। हल्द्वानी की रैली में अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, पिथौरागढ़, ऊधमसिंह नगर से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। बता दें कि प्रदेश में भू-कानून और मूल निवास के मुद्दे पर गरमाई सियासत के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में चार सदस्यीय प्रारूप समिति का गठन किया गया था। इसके साथ ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने यह निर्देश भी दिए थे कि भू-कानून के लिए बनाई गई कमेटी द्वारा बड़े पैमाने पर जन सुनवाई की जाए।(Haldwani Bhu kanoon rally)
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वही भू-कानून के लिए विकेंद्रीकृत व्यवस्था के अंतर्गत गढ़वाल और कुमाऊं कमिश्नर को भी शामिल किया जाए।
संघर्ष समिति की प्रमुख मांगें कुछ इस प्रकार से है।
1 .प्रदेश में ठोस भू कानून लागू किया जाए।
2- शहरी क्षेत्र में 250 मीटर भूमि खरीदने की सीमा लागू की जाए।
3- ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि की बिक्री पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया जाए।
4- गैर कृषक की ओर से कृषि भूमि खरीदने पर रोक लगाई जाए।
5- पर्वतीय क्षेत्र में गैर पर्वतीय मूल के निवासियों को भूमि खरीदने पर तत्काल रोक लगाई जाए।
6- राज्य गठन के बाद से वर्तमान तिथि तक सरकार की ओर से 7-विभिन्न व्यक्तियों, संस्थानों, कंपनियों आदि को दान या लीज पर दी गई भूमि का ब्यौरा सार्वजनिक किया जाना चाहिए आदि।