उत्तराखण्ड : 2 माह पूर्व से सड़क का एक भाग ढह चुका था और आज फिर एक कार हुई हादसे का शिकार
राज्य में सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, कभी प्राकृतिक आपदा तो कभी सरकारी तंत्र की लापरवाही से होने वाली इन सड़क दुर्घटनाओं ने बरसात के मौसम में तो विकराल रूप ही धारण कर रखा है। खासतौर पर पर्वतीय क्षेत्र में इन दिनों सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिली है। ऐसे ही एक सड़क दुर्घटना की खबर राज्य के रुद्रप्रयाग जिले से आ रही है जहां सतेराखाल में हुई इस दुर्घटना में स्थानीय प्रशासन की लापरवाही साफ नजर आ रही है, क्योंकि बिते 2 माह से सड़क का एक भाग गायब हो चुका है परन्तु प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाने से हालात ज्यो के त्यो बने हुए हैं और इसी का खामियाजा आज एक कार चालक को भुगतना पड़ा जिसकी कार उस हिस्से से सड़क से नीचे चली गई। वो तो गनीमत रही कि कार चालक तत्परता दिखाते हुए कार से सड़क पर कूद गया अन्यथा एक बड़ी सड़क दुर्घटना हो सकती थी जिसमें जान-माल के नुक़सान की सम्भावना भी बनी रहती।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक कार डीएल12सीजे4390 आज सुबह रूद्रप्रयाग पोखरी मोटर मार्ग से गुजर रही थी जैसे ही वह सतेराखाल के नजदीक पहुंची तो करीब ग्यारह बजे उस स्थान पर दुर्घटना का शिकार हो गई जहां पिछले दो महीनों से सड़क का एक हिस्सा ढह कर गायब हो चुका है। परंतु अभी तक सम्बंधित विभाग द्वारा न तो कोई ठोस कार्रवाई शुरू की गई है और नहीं दुर्घटना से बचाव हेतु सुरक्षा बोर्ड ही लगाए गए हैं जिससे ऐसा ही लगता है कि पीएमजीएसवाई विभाग भी शायद दुर्घटनाग्रस्त का ही इंतजार कर रहा है। कार उस हिस्से से सड़क से नीचे गिर गई वो तो गनीमत रही कि चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए सड़क पर कूद कर अपनी जान बचा ली जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। वैसे तो पर्वतीय क्षेत्रों में अधिकतर भूस्खलन सड़क यातायात के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बना रहता है परन्तु इस पर सरकारी तंत्र की ऐसी लापरवाही को अनदेखा नहीं किया जा सकता। सबसे खास बात तो यह है कि यह है इस मार्ग से से लगातार गाड़ियों का संचालन होता रहता है लेकिन फिर भी अभी तक विभाग के कान में बिल्कुल भी जूं नहीं रेंग रही है।
