Uttarakhand: उत्तराखण्ड पुलिस आपरेशन स्माइल से बिछड़ों को परिजनों से मिलाकर ला रही उनके चेहरों पर मुस्कान…
आपरेशन स्माइल, गुमशुदा बच्चों को उनके परिजनों से मिलाने वाली उत्तराखण्ड पुलिस (uttarakhand police) की एक ऐसी बेहतरीन पहल जिसकी तारीफ की जाए उतनी कम है। इसी आपरेशन स्माइल के तहत शानदार प्रदर्शन करने वाली चम्पावत जिले की पुलिस टीम को पूरे राज्य (uttarakhand) में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। चम्पावत पुलिस की इस उपलब्धि पर अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार और कुमाऊं के डीआईजी जगतराम जोशी ने चम्पावत की आपरेशन स्माइल टीम को देहरादून में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। बताया गया है कि दो महीनों के अंदर चंपावत की टीम ने प्रदेश में सबसे ज्यादा 70 गुमशुदाओं को बरामद कर उनके परिजनों तक सुरक्षित पहुंचाया है। चम्पावत सहित राज्य के दूसरे जिलों में भी इस आपरेशन स्माइल की लोगों ने काफी सराहना की है। लोगों का कहना है कि उत्तराखंड पुलिस(uttarakhand police) का यह सराहनीय प्रयास इसी तरह बिछड़े लोगों को अपनों से मिलाकर सैकड़ों परिवारों के मुख पर मुस्कान बिखेरता रहेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य(uttarakhand) के चम्पावत जिले को गुमशुदा बच्चों और लोगों की खोजबीन के लिए उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा चलाए गए ऑपरेशन स्माइल अभियान में पूरे राज्य में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। बता दें कि इस अभियान में पहली दिसंबर से इस साल 31 जनवरी तक चंपावत की टीम ने प्रदेश में सबसे ज्यादा 70 गुमशुदाओं को बरामद कर सुरक्षित उनके परिजनों तक पहुंचाया। बताया गया है कि चम्पावत के एसपी लोकेश्वर सिंह द्वारा अभियान के लिए जिले में तीन टीमें गठित की गई थी और चंपावत के सीओ ध्यान सिंह को इस अभियान का नोडल अधिकारी बनाया था। इन तीनों टीमों ने चार चरणों में चलाए गए इस अभियान में संयुक्त रूप से 31 बालक, 27 बालिकाओं, 5 महिलाओं और 9 गुमशुदा पुरुषों सहित 70 गुमशुदा लोगों की की खोज कर सुरक्षित उनके परिजनों को सौंपा। चम्पावत की स्माइल टीम की इस उपलब्धि पर अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार और कुमाऊं के डीआईजी जगतराम जोशी ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की प्रभारी मंजू पांडेय को देहरादून में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।