Tehri Garhwal Cloudburst news: टिहरी गढ़वाल ग्वाड़ गांव पट्टी सकलाना मे बादल फटने से भारी तबाही, मलबे में दबने से दंपति की मौत, दो मासूमों के सिर से उठा मां बाप का साया
टिहरी जिले के ग्वाड़ गांव पट्टी सकलाना मे बादल फटने से हुई भीषण तबाही के बाद अब लोग जहां अपने-अपने परिजनों के शवों को ढूंढ रहे हैं वहीं इसी बीच इस आपदा मे दो भाई बहनो के सिर से माता पिता का साया भी उठ गया। जहां प्राकृतिक आपदा से आए इस मलबे में ग्वाड़ गांव में कई लोगों के मकान दब गए थे वही इसमे दबकर राजेंद्र सिंह राणा और उनकी पत्नी सुनीता राणा की भी मौत हो गई। बता दें कि ये दंपति गांव मे खेतीबाडी करते थे तथा बच्चों को अच्छी पढाई के लिए देहरादून बच्चो के मामा के घर भेजा हुआ था।बताते चलें कि दोनों के शव को बचाव दल ने मलबे से निकाला एंव दोनों के शवों को ग्रामीण पांच किलोमीटर पैदल चलकर मालदेवता तक लेकर आए।(Tehri Garhwal Cloudburst new
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राणा दंपति के बेटे सिद्धार्थ राणा उम्र 14 वर्ष को लेकर रिश्तेदार भी मालदेवता पहुंचे। सिद्धार्थ शव देखकर फफक फफक कर रोते हुए बोला “रक्षाबंधन पर मां कहकर गई थीं कि “मेहनत से पढ़ाई-लिखाई करना और बड़ा आदमी बनना” और फिर गुमसुम हो गया उसे यकीन ही नहीं हो रहा था कि उसके माता पिता अब नही रहे।उसने कहा कि उसके मम्मी-पापा ने पढ़ाई के लिए उसे और बहन वंशिका राणा उम्र 12 वर्ष को देहरादून मामा के घर भेजा हुआ था।रक्षाबंधन पर सुनीता राणा अपने बच्चो से मिलने देहरादून आई थी।गांव वापस लौटते समय वह अपने दोनों बच्चो को अच्छे से रहने और मेहनत से पढ़ाई करने की बात कही थी।बच्चों के नाना त्रिलोक सिंह पंवार का कहना है कि कि गांव मेें अच्छे स्कूल नहीं होने के कारण दोनों बच्चों को पढाई के लिए पिछले चार साल से देहरादून भेजा हुआ है।