उत्तराखण्ड : पहाड़ में भी बच्चा चोर गिरोह की दहशत, शक में पांच लोगों को भीड़ ने बनाया बंधक
पहाड़ की शांत वादियों में भी अब अपराध दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। इन दिनों पहाड़ों में बच्चा चोर गिरोह के आने की खबर से दहशत का माहौल है। इस मामले में स्कूल प्रशासन एवं अभिभावकों ने मिलकर कदम उठाने शुरू भी कर दिए हैं। फिर भी उनकी चिंताए समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है। कहीं सच में ऐसी वारदातें हो रही है तो कहीं सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों ने डर का माहौल बना दिया है। ताज़ा मामला राज्य के देवप्रयाग का है जहां अभिभावकों ने पांच अपरिचित लोगों को बच्चा चोर समझकर बंधक बना लिया। इतना ही नहीं लोगों ने उनसे पहले तो पूछताछ की और फिर मारपीट पर उतारू हो गए। पांचों लोगों ने स्वयं को फेरीवाला बताया, लेकिन लोग नहीं माने। हंगामा बढ़ता देख मामले की सूचना पर मौका-ए-वारदात पर पहुंचे एसआई ने पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर किसी तरह लोगों को शांत कराया। पुलिस द्वारा पांचों से की गई पूछताछ में सच्चाई का पता चलने के बाद ही लोग शांत हुए और अपने घरों को लौट गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार रात को पांच लोग टैक्सी से पौड़ीखाल पहुंचे थे। जैसे ही वह लोग खाना खाने के लिए पास ही स्थित एक होटल में पहुंचे तो वहां पर पहले से मौजूद लोगों को इन पर बच्चा चोर गिरोह के सदस्य होने का शक हुआ। इस पर लोगों ने उन्हें घेरकर बंधक बना लिया और उनसे पूछताछ करने लगे। पूछे जाने पर इन पांचों ने स्वयं को फेरीवाला बताया, परन्तु लोगों को उनकी बातों पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं हुआ। देखते ही देखते लोग मारपीट पर उतर आए। इसी बीच कुछ लोगों ने पुलिस को मामले की सूचना दी। जिस पर मौके पर पहुंचे एसआई मिथुन कुमार किसी तरह लोगों को समझा-बुझाकर इन पांचों को थाने में ले गए। इस दौरान संदिग्धों की पहचान किए जाने को लेकर स्थानीय लोगों ने पुलिस के समक्ष जमकर हंगामा भी किया। पुलिस कर्मियों द्वारा सख्ती से पूछताछ करने पर भी इन लोगों ने अपने पहचान पत्र एवं आधार कार्ड दिखाते हुए स्वयं को फेरीवाला ही बताया और कहा कि वे मूलरूप से रामपुर उत्तर प्रदेश के रहने वाले है एवं काफी समय से सतपुली में रहकर फेरी का काम कर रहे हैं। फेरी करने के लिए ही वह लोग यहां आए थे।