राज्य में मौसम का कहर जारी, अब टिहरी गढ़वाल (TEHRI GARHWAL) जिले में बादल फटने (CLOUDBURST) से मची भारी तबाही, पुलिस प्रशासन की टीमें घटनास्थल की ओर रवाना..
राज्य में मौसम का कहर जारी है। आए दिन राज्य के विभिन्न हिस्सों से भूस्खलन, बादल फटने की भयावह तस्वीरें सामने आ रही है। बादल फटने की ऐसी ही एक खबर आज टिहरी गढ़वाल (TEHRI GARHWAL) जिले से सामने आ रही है जहां नरेंद्र नगर ब्लॉक के काटल गांव में बादल फटने से खेत, बिजली के पोल और पैदल मार्ग पर बना पुल बह गया। बादल फटने (CLOUDBURST) की इस घटना से पहाड़ से लेकर मैदान तक नदियां उफान पर आ गई। बताया गया है कि लगातार जारी मूसलाधार बारिश के बाद काटल गदेरे ने रौद्र रूप ले लिया। जिससे गदेरे में मिट्टी, पत्थरों के साथ ही बड़े-बड़े बोल्डर बहकर आने लगे। घटना की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि किसी अप्रिय घटना की आशंका से डरे-सहमे ग्रामीणों ने एक सुरक्षित स्थान पर एकत्रित होकर रात गुजारी। जिन लोगों के मकान गदेरे के पास थे वे मकान खाली कर सुरक्षित जगह पर पहुंच गए, जिससे एक बार फिर बड़ा हादसा होने से टल गया।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: स्वांला में आया भारी मलबा, यातायात व्यवस्था ठप देखिए विडियो
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले के नरेंद्र नगर ब्लॉक के काटल गांव में देर रात बादल फटने से भारी तबाही हुई है। जिससे न केवल गांव में स्थित बिजली के पोल भी बह कर नीचे गए बल्कि नौडू लमदार पुनगुड को जाने के लिए काटल गदेरे पर बना पैदल घाट पुल भी बह गया। उधर इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि शिवपुरी-तिमली पसरखेत-गजा मोटर मार्ग की कटिंग का काम दो साल से कर रही पीएमजीएसवाई नरेंद्रनगर ने रोड कटिंग के दौरान डंपिंग जोन नहीं बनाए थे। जिस कारण सड़क का मलबा गदेरे से गांव में आ गया। जिससे गांव में भारी नुकसान हुआ है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन की टीमें गुरुवार तड़के प्रभावित स्थलों की ओर रवाना हो गई है। फिलहाल अभी तक तक जान-माल के नुक़सान की कोई अप्रिय खबर नहीं है।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: उत्तरकाशी के बाद अब टिहरी गढ़वाल में फटा बादल, मलबे में कई घर दबे रेस्क्यू कार्य जारी