उत्तराखण्ड :सीएम ने उस शिक्षक को किया सम्मानित जिसके जाने पर बच्चों के साथ रोया पूरा गांव
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में जहां शिक्षक पढ़ाने से कतराते हैं और शहरों में तबादले की मांग आए दिन करते रहते हैं वहीं उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र में एक ऐसे शिक्षक भी है जिनकी चर्चा इन दिनों पूरे प्रदेश में है, और हो भी क्यों ना वो आज सभी शिक्षकों के लिए एक मिसाल जो बने हैं। जी हां.. हम बात कर रहे हैं राज्य के पर्वतीय जिले उत्तरकाशी में तैनात रहे शिक्षक आशीष डंगवाल की जिनके विदाई समारोह में बच्चों और अभिभावकों के साथ ही पूरा गांव रोया था। उनकी इस भावभीनी विदाई ने सबको प्रभावित कर दिया था और राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत भी शिक्षक की इस कर्त्तव्यपरायणता से काफी खुश हुए थे। इसलिए तो उन्होंने पहले सोशल मीडिया पर शिक्षक आशीष डंगवाल की तारीफों के पुल बांधे और आज खुद ही उन्हें सम्मानित किया। मुख्यमंत्री रावत ने सीएम आवास में आशीष की हौसला अफजाई की। शिक्षक को सम्मानित करते हुए उन्होंने कहा कि आशीष जैसे ऊर्जावान शिक्षकों से मिलकर बहुत खुशी होती है। यह बेहद खुशी की बात है कि उत्तराखंड में बहुत से ऐसे अच्छे शिक्षक हैं जो तमाम मुश्किलों के बावजूद समाज को नई दिशा दे रहे हैं।
गौरतलब है कि उत्तरकाशी के असी गंगा घाटी स्थित राजकीय इंटर कॉलेज भंकोली में तैनात रहे शिक्षक आशीष डंगवाल ने विद्यालय में अपने तीन साल के सुनहरे कार्यकाल के बाद हाल ही में प्रवक्ता पद की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। जिसके बाद बीते 21 अगस्त को विद्यालय में उनका विदाई समारोह आयोजित किया गया था। इस विदाई समारोह में शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं के साथ ही स्थानीय ग्रामीणों ने भी उन्हें भावभीनी विदाई दी थी। जिसकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई थी। जिसमें साफ दिखाई दे रहा था कि अपने चहेते शिक्षक की विदाई पर किस तरह बच्चों के साथ ही अभिभावकों की आंखें भी भर आई थी। विदाई में ग्रामीण ढोल दमाऊं के साथ शिक्षक को गांव के बाहर तक विदा करने आए। इस भावभीनी विदाई समारोह की तस्वीरें देखने के बाद सोशल मीडिया पर भी शिक्षक आशीष डंगवाल की वाहवाही हुई थी। इस मौके पर अभिभावकों एवं बच्चों का कहना था कि आशीष ने अपने कर्तव्यों का सही ढंग से निर्वाह करके उन्हें अपना मुरीद बना लिया था।
