पुलिस द्वारा केदारनाथ में यात्रियों पर मारपीट और अभद्रता के आरोप पर मुख्यमंत्री का बड़ा बयान…
पुलिस का कहना आरोप बेबुनियाद तो सीएम ने दिए जांच के आदेश-
वायरल विडियो के अनुसार युवक का कहना है कि वह मंदिर में दर्शन करते हुए जल चढ़ा रहे थे, तभी पुलिस कर्मी ने बच्ची का सिर पकड़कर उसे बाहर की तरफ धकेला और एक युवक को भी घसीटकर बाहर लाया गया साथ ही एक अन्य युवती और उसकी मां व मौसी के साथ भी पुलिस ने अभद्र व्यवहार किया और विरोध करने पर उसे अपशब्दों से भरी हुई धमकी दी। वहीं दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने इस तरह की किसी भी घटना से इनकार किया है उनका कहना है कि पुलिस कर्मियों पर लगाएं गए आरोप पुरी तरह बेबुनियाद है। पुलिस अधीक्षक ने तो यहां तक कहा है कि कुछ यात्री मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग पर काफी देर से जल चढ़ा रहे थे और मंदिर की शांति व्यवस्था में तैनात पुलिस जवानों ने उनसे जल्दी पूजा कर बाहर आने का निवेदन किया था, लेकिन वह नहीं माने, और उनमें से एक यात्री ने पुलिस जवान का कॉलर पकड़ दिया। और अब पुलिस पर गलत आरोप लगा रहे हैं। बहरहाल सच क्या है ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा जिसके आदेश राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने दे दिए हैं। उन्होंने साफ-साफ कहा है कि किसी भी श्रृद्धालु के साथ किसी भी तरह का अभद्र बर्ताव हमारी संस्कृति के खिलाफ हैं।
केदारनाथ में कथित रूप से एक परिवार के साथ पुलिस द्वारा अभद्रता के मामले की जांच के आदेश दिए हैं। चारधाम यात्रा में उत्तराखंड पुलिस द्वारा बेहतर इंतजाम किए गए हैं, फिर भी किसी श्रद्धालु के साथ किसी तरह का अभद्र बर्ताव हमारी संस्कृति के खिलाफ है।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) June 7, 2019