coronavirus: कोरोना संदिग्ध मरीज हुआ अस्पताल से फरार, अस्पताल में हड़कंप, क्षेत्रवासियों में दहशत…
जहां एक ओर इन दिनों देश और दुनिया में कोरोना वायरस (coronavirus) का आतंक है वहीं देहरादून में एक मरीज सामने आने के बाद देवभूमि उत्तराखंड भी इससे अछूता नहीं है। कोरोना वायरस (coronavirus) के एक मरीज के सामने आने के बाद से समूचे उत्तराखण्ड में दहशत का माहौल है। इसी बीच एक चौंकाने वाली खबर राज्य के रुड़की से सामने आ रही है। खबर है कि रूड़की सिविल अस्पताल से कोरोना का संदिग्ध मरीज भाग गया। संदिग्ध मरीज के अस्पताल परिसर से भागने की सूचना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। बशर्ते अस्पताल प्रबंधन की सूचना के बाद पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर करीब एक घंटे बाद मरीज को घर से पकड़ लिया। परंतु यह वाकया जहां अभी भी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है वहीं इस मामले ने राज्य सरकार को भी चिंता में डाल दिया है। बताया गया है कि मरीज को पुलिस द्वारा अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। जहां इस समय पूरा देश इस महामारी से जूझ रहा है और सभी सरकारें एक्शन मोड में आ चूकी है देश के नागरिकों की ऐसी हरकत खुद के साथ ही दूसरों को भी तकलीफ में डाल सकती है। विदित हो कि ऐसा ही एक मामला बेंगलुरु से भी सामने आया था जहां से एक कोरोना वायरस से प्रभावित महिला आइसोलेशन वार्ड से भागकर पहले दिल्ली फिर आगरा पहुंची थी। जिसके बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों से ऐसा कतई न करने की अपील की थी।
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कड़ी मशक्कत के बाद एक घंटे बाद घर से पकड़ा पुलिस ने:- प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के रुड़की के रामपुर चुंगी क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति आठ मार्च को सउदी अरब से वापस लौटा था। सर्दी जुकाम की शिकायत के बाद सोमवार शाम करीब साढ़े तीन बजे वह सिविल अस्पताल में जांच के लिए पहुंचा। मरीज की हालत संदिग्ध पाए जाने और उसके विदेश से लौटने पर अस्पताल प्रबन्धन ने मरीज का टेस्ट करकर शाम पांच बजे जैसे ही उसे हरिद्वार स्थित अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कराने की तैयारी शुरू की तो यह जानकर मरीज स्वास्थ्य कर्मियों से बचकर अस्पताल से भाग गया। मरीज के न मिलने पर अस्पताल कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में पूरे अस्पताल परिसर में मरीज की तलाश करने के बाद भी जब वह नहीं मिला तो सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने इसकी सूचना गंगनहर पुलिस को दी। इस खबर की सूचना मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया और क्षेत्रवासी दहशत में आ गए। पुलिस विभाग ने तत्काल पुलिस टीमों का गठन कर मरीज की तलाश शुरू कर दी। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने मरीज को उसके घर से बरामद कर लिया। बताया गया है कि मरीज को सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ही भर्ती किया गया है।
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