यूपीएससी चयन प्रक्रिया से आईटीबीपी में पहली बार दो बेटियां बनी अधिकारी, ITBP अकादमी मसूरी(ITBP Academy Mussoorie) से हुई पासआउट
आज बेटियाँ किस क्षेत्र में आगे नहीं है, खेल कुद से लेकर प्रशाशनिक अधिकारीयों और भारतीय सेना तक अपनी सेवाएं दे रही हैं। जी हाँ आज हम बात कर रहे यूपीएससी की सीएपीएफ एसी परीक्षा अर्थात यूपीएससी चयन प्रकिया से आईटीबीपी में पहली बार दो बेटियाँ अधिकारी बनीं हैं। बता दें कि बीते रविवार को आईटीबीपी अकादमी मसूरी(ITBP Academy Mussoorie) ) में रविवार को पासिंग आउट परेड समारोह आयोजित हुआ जिसमे असिस्टेंट कमांडेंट प्रकृति और दीक्षा ने आईटीबीपी में शामिल होकर देश सेवा की शपथ ली। बताते चले की असिस्टेंट कमांडेंट बनीं दीक्षा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के इटावा की रहनी वाली हैं। उनके पिता इंस्पेक्टर हैं। दीक्षा कहती हैं की आईटीबीपी में एक अधिकारी के रूप में शामिल होने का उनका सपना सिर्फ उनके पिता के प्रोत्साहन से ही पूरा हुआ है। उन्होंने हर कदम कदम पर दीक्षा के मार्गदर्शन किया।
यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड: CDS परीक्षा में देश में दूसरा स्थान फुलारागांव के नितिन बने भारतीय सेना में अफसर
जानकारी के अनुसार आईटीबीपी अकादमी मसूरी से उत्तरप्रदेश से 11, महाराष्ट्र से सात राजस्थान से सात, उत्तराखंड से छह, हरियाणा से छह, कर्नाटक से तीन, बिहार से तीन, लद्दाख से दो, मणिपुर से दो, चंडीगढ़ से दो, पंजाब से एक, तमिलनाडू से एक, केरल से एक, झारखंड से एक अधिकारी शामिल है। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी शिरकत की और सरहद पर देश सेवा कर रहे जवानों को दिल से सलाम किया। एक साल के कठिन प्रशिक्षण करने बाद सभी अधिकारी आईटीबीपी की मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। इसके साथ ही पासिंग आउट परेड में आईटीबीपी के 53 अधिकारियों ने शिरकत की।
यह भी पढ़ें– उत्तराखंड: कमेड़ा गांव के अखिलेश बने भारतीय सेना में अधिकारी, IMA देहरादून से हुए पासआउट