देहरादून पहुंचा दिवंगत वित्तमंत्री का पार्थिव शरीर, अपने चहेते नेता को श्रृद्धांजलि देने उमड़ा जनसैलाब
उत्तराखंड के दिवंगत वित्त मंत्री प्रकाश पंत का पार्थिव शरीर देहरादून पहुंच गया है। अमेरिका से शनिवार सुबह पहले दिल्ली और फिर थोड़ी देर पहले विशेष विमान से जौलीग्रांट हवाई अड्डे पहुंचे स्व पंत के पार्थिव शरीर को अभी हवाई अड्डे के पास एसडीआरएफ भवन में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। अपने चहेते नेता के अंतिम दर्शन करने एवं उन्हें श्रृद्धांजलि अर्पित करने के लिए वहां भारी जनसमूह एकत्रित हुआ है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत सहित भाजपा एवं अन्य राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं एवं जन सामान्य के द्वारा पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर अपने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद वित्त मंत्री के पार्थिव शरीर विशेष विमान से उनके गृहक्षेत्र पिथौरागढ़ ले जाया जाएगा। जहां नैनीसैनी हवाई अड्डे पर पार्थिव शरीर को विमान से उतारकर हवाई अड्डे पर मौजूद प्रशासन के द्वारा देवसिंह मैदान पहुंचाया जाएगा। स्व वित्त मंत्री के पार्थिव शरीर को करीब दो घंटे तक देवसिंह मैदान आम जनमानस के अंतिम दर्शनार्थ रखने के बाद उसे पहले घंटाघर स्थित भाजपा कार्यालय तत्पश्चात खड़कोट स्थित प्रकाश पंत के आवास पर ले जाया जाएगा। जहां उनके बुजुर्ग माता-पिता सहित अन्य पारिवारिक सदस्य अपने चहेते के अंतिम दर्शन करेंगे। तत्पश्चात पिथौरागढ़ जिले के रामेश्वर स्थित घाट तक अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई अन्य केन्द्रीय मंत्री भी शामिल होंगे।
बता दें कि प्रदेश के वित्त मंत्री एवं भाजपा के कद्दावर नेता प्रकाश पंत का बुधवार को अमेरिका में निधन हो गया था। करीब दो तीन महीनों से कैंसर की गम्भीर बिमारी से जूझ रहे प्रकाश पंत के अकस्मात निधन की खबर से उनके गृहक्षेत्र पिथौरागढ़ सहित समूचे राज्य में शोक की लहर है। जहां बीते 5 जून को आई वित्त मंत्री के निधन की दुखद खबर से हर कोई दुखी है वहीं उनके माता-पिता को बेटे के अकस्मात निधन की खबर दो दिन बाद कल शुक्रवार को दी गई। इस दुखद समाचार को सुनकर पंत जी के वृद्ध माता-पिता को संभालना भी मुश्किल हो गया। उनकी आंखों से आंसुओं का गुबार थमने का नाम ही नहीं ले रहा था। शाम होते होते जहां वित्त मंत्री के पिता गमहीन माहौल में गुमसुम हो गए वहीं माता कमला पंत के दिल की व्यथा देर रात तक आंसूओं के रूप में बाहर निकलती रही। अब तो वृद्ध माता-पिता को संभालना मुश्किल होता जा रहा है सबसे हृदय विधायक बेला तो उस समय आयेगी जब उनके बेटे का पार्थिव शरीर उनके सामने होगा। हालांकि इस गमहीन माहौल में उनके घर पर शोकग्रस्त माता-पिता को सांत्वना देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है फिर भी यह कोई नहीं समझ सकता किउस माता-पिता पर क्या बीत रही होगी जिनका बेटा असमय ही बुढ़ापे में उनको अकेला छोड़कर चला जाएं।
