uttarakhand: अल्मोड़ा जिले में सामने आया कोरोना संक्रमण का पहला केस, जिलेवासियों में मचा हड़कंप..
कोरोना वायरस ने अब देवभूमि उत्तराखंड में भी खतरे की घंटी बजा दी है। राज्य के मैदानी इलाकों में अपना असर दिखाने के बाद अब यह वायरस धीरे-धीरे पर्वतीय जिलों में भी प्रवेश करने लगा है। जो कि वास्तव में बहुत बड़ी चिंता का कारण है क्योंकि राज्य के पर्वतीय जिलों में स्वास्थ्य व्यवस्था का क्या हाल है यह किसी से भी छुपा नहीं है। रविवार देर रात को आई जांच रिपोर्ट में अल्मोड़ा जिले के एक युवक की कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। बताया गया है कि यह भी एक जमाती है, जो कि जिले के रानीखेत में रहता है। अपर सचिव स्वास्थ्य युगल किशोर पंत ने जमातियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि की है। इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या भी 27 हो गई है। इनमें से चार कोरोना संक्रमित मरीज पूरी तरह से स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर चले गए हैं।
यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड: रास्तों में फंसे लोगों का छलका दर्द बोले “एक बार पहाड़ पहुंच गए फिर नहीं जाएगें वापस”
प्रशासन ने रानीखेत के कई इलाके किए पूरी तरह सील:
रानीखेत में कोरोना पोजिटिव मिलने की खबर से पूरे जिले में सुबह होते ही हड़कंप मच गया। अब तो चारों ओर बस इसी केस की चर्चा हो रही है। पहाड़ में संक्रमित जमाती के मिलने से शासन-प्रशासन की भी नींद उड़ गई है। प्रशासन ने ऐतिहातन रानीखेत के तीन-चार इलाकों को पूरी तरह सील कर दिया है। जिनमें कुरैशियान मोहल्ला, सुदामापुरी, जमा मस्जिद, खड़ी बाजार इलाके भी शामिल हैं। बताया गया है कि संक्रमित पाए गए जमाती को पुलिस ने रात को ही अस्पताल में भर्ती करा दिया था। इन इलाकों में किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही राज्य में कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या भी अब बढ़कर 27 हो गई है। जिनमें 20 जमाती है। जमातियों के लगातार कोरोना संक्रमित पाए जाने से अब देवभूमि उत्तराखंड में भी कोरोना रूपी संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड महिला सब इंस्पेक्टर ने लॉक डाउन में अपनी शादी की स्थगित, निभाया अपनी ड्यूटी का फर्ज