Uttarakhand sports university : उत्तराखंड में बनने जा रहा है पहला खेल विश्वविद्यालय, खिलाड़ियों को मिलेंगी विशेष सुविधाएं, विश्वविद्यालय के लिए सरकार देगी 10 करोड़ का कापर्स फंड..
Uttarakhand sports university : उत्तराखंड में राज्य का पहला खेल विश्वविद्यालय बनने जा रहा है जो खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगा। इस विश्वविद्यालय में खिलाड़ियों को विशेष सुविधाएं दी जाएंगी जिनसे उनकी खेल क्षमता को बेहतर बनाया जा सकेगा। सरकार द्वारा विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए 10 करोड़ का कॉपर्स फंड दिया जाएगा। जिसके माध्यम से उच्च स्तरीय प्रशिक्षण आधुनिक उपकरण और राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने वाली सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। दरअसल खेल विश्वविद्यालय का उद्देश्य न केवल खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण देना है बल्कि खेल विज्ञान खेल प्रबंधन और खेल की अन्य तकनीकी पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित करना है। जहां पर छात्रों को खेल से जुड़े विभिन्न कोर्सेस में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा साथ ही खेल क्षेत्र में वे अपना प्रोफेशनल करियर भी बना सकेंगे।
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Uttarakhand first sports university बता दें विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन के दौरान राज्य खेल विश्वविद्यालय विधेयक पेश किया गया जिसमें विभिन्न प्रकार की आधुनिक सुविधाओं का मुद्दा भी रखा गया। इस विधेयक के तहत कहा गया कि राज्यपाल विश्वविद्यालय के कुलपति होंगे। वहीं विश्वविद्यालय के लिए सरकार द्वारा 10 करोड़ का कॉपर्स फंड दिया जाएगा। इतना ही नहीं इस विधेयक में कहा गया है कि कोई मानद उपाधि या अन्य विशिष्टताओं को प्रदान करने का प्रस्ताव कुलाधिपति के अनुमोदन के बाद ही होगा, जबकि कुलपति विश्वविद्यालय के पूर्णकालिक वैतनिक अधिकारी होंगे। जिनकी नियुक्ति कुलाधिपति ऐसे व्यक्तियों के मध्य से करेंगे जिनके नाम इसके लिए गठित समिति की ओर से उन्हें सौंपे गए होंगे। इसमे कुलपति की आयु 40 साल से कम और 65 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए।
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Uttarakhand sports university haldwani बताया गया है कि कुलपति की नियुक्ति तीन साल के लिए की जाएगी। जो आगे तीन साल की पुनर्नियुक्ति के लिए पात्र होंगे। विश्वविद्यालय की पहली परिनियमावली कार्य परिषद की ओर से बनाई जाएगी। जो 3 महीने के भीतर राज्य सरकार को अनुमोदन के लिए प्रस्तुत की जाएंगी। जिसे परीक्षण के लिए राज्य सरकार 90 दिन के भीतर कुलाधिपति को भेजेगा या कार्य परिषद को वापस करेगी। विधेयक में कहा गया है कि खेल विश्वविद्यालय का उद्देश्य खेल विज्ञान खेल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शैक्षिक प्रशिक्षण और अनुसंधान कला व एथलेटिक्स को बढ़ावा देना है। इतना ही नहीं बल्कि विशेष तौर पर प्राथमिकता वाले खेलो जैसे बैडमिंटन, बॉक्सिंग, जूड़ों, ताईक्वांडो, शूटिंग, बॉलीवाल आदि खेल जो राज्य खेल नीति 2021 में परिभाषित हैं इन खेलों पर विशेष रूप से फोकस करते हुए ओलंपिक खेलों के लिए उच्च प्रदर्शन युक्त खेल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए विशिष्ट केंद्र एवं उत्कृष्ट संस्थान स्थापित करना है। राज्य सरकार की स्वीकृति के बाद ही किसी महाविद्यालय व संस्था को संबद्ध किया जा सकता है।यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड सरकार की बेटियों को बड़ी सौगात चंपावत में बनेगा पहला गर्ल्स स्पोर्ट्स कालेज