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Uttarakhand folk singer fauji lalit mohan joshi biography retirement indian army kumaon regiment
Image : social media ( Lalit mohan joshi retirement)

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उत्तराखंड: फौजी ललित मोहन जोशी सेना से सेवानिवृत्ति, सेना और संगीत दोनों में अहम भूमिका

Lalit mohan joshi retirement   : सेना से रिटायर्ड हुए लोक गायक ‘ फौजी’ ललित मोहन जोशी, रिटायर्ड होने पर दी गई भव्य विदाई, अब लोक संस्कृति को देंगे समय….

Uttarakhand folk singer fauji lalit mohan joshi biography retirement indian army kumaon regiment: उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक व भारतीय सेना मे नायब सूबेदार के पद पर तैनात पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले ललित मोहन जोशी सेना से सेवानिवृत्त हो गए हैं जिनकी सेवानिवृत्ति पर उन्हे रानीखेत कुमाऊँ रेजिमेंट केंद्र मुख्यालय में भव्य विदाई दी गई इतना ही नहीं बल्कि वाहन में बैठाकर उन्हें उनके गाए हुए लोकगीतों के बीच आरसी के मुख्य गेट तक लाया गया जहां पर उनका लोकप्रिय गीत कश्मीरी बॉर्डर प्यारी मि आफि लडूंला समेत अन्य गीत गाए गए। इससे पहले अधिकारियों और जवानों ने उन्हें पुष्प मालाओं से सम्मानित भी किया। ललित मोहन की भव्य सेवानिवृत्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

यह भी पढ़े :Lalit Mohan joshi songs: लोकगायक फौजी ललित मोहन जोशी का बेहद खूबसूरत गीत पल्टन ड्यूटी हुआ रिलीज….

अभी तक मिली जानकारी के अनुसार मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी के धुरातोली गांव के निवासी ललित मोहन जोशी वर्ष 1999 में सेना में भर्ती हुए जिन्हें बचपन से ही गाना गाने का शौक रहा इतना ही नहीं बल्कि ललित का वर्ष 2001 में पहला कुमाऊनी एल्बम तेरी भोली अन्वारा रिलीज हुआ इसके बाद टक टका टक कमला ने उन्हें रातों-रात बेहद प्रसिद्धी दिलवाई जिसके तहत उन्हें लोक गायक के रूप में पहचान मिली। ड्यूटी के साथ-साथ ललित मोहन जोशी का गायन भी चलता रहा जिसकी बदौलत वह अब तक 1500 से भी अधिक कुमाऊनी गीतों को भी अपनी आवाज दे चुके हैं। बताते चले वर्तमान में ललित जोशी उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर के निवासी है जो बीते शुक्रवार को भारतीय सेना में 26 साल की सेवा पूरी करने के बाद रिटायर्ड हो गए हैं।

ललित मोहन जोशी अब उत्तराखंड की संस्कृति के लिए करेंगे काम 

ललित मोहन जोशी ने बताया कि अब वह उत्तराखंड की संस्कृति के लिए काम करेंगे शुक्रवार को काशीपुर पहुंचने पर उनका जमकर स्वागत किया गया वही टांडा उज्जैन स्थित आवास पर खास कार्यक्रम आयोजित किए गए। बताते चले तीन भाई बहनों में ललित बीच के है जबकि उनके बड़े भाई नवीन जोशी भी लेखक और सैनिक दोनों हैं। ललित मोहन जोशी के गीत युवाओं समेत तमाम दर्जे के लोगो को बेहद पसंद है यही कारण है कि उनके गानों के विदेशी भी दीवाने हैं। ललित मोहन जोशी उत्तराखंड समेत दुबई साउथ अफ्रीका और अबुधाबी जैसे कई बड़े देशों में लाइव परफॉर्मेंस भी दे चुके हैं। लोक गायक ललित मोहन जोशी के प्रसिद्ध गीतों में नैनीताल की माधुली, मेरी चन्दा, मेरी चकोरी चंदू ड्राइवर समेत अन्य गीत शामिल है।

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