uttarakhand: बागेश्वर पुलिस की नेक पहल, पुलिस अधीक्षक रचिता जुयाल ने दिया मानवता का संदेश..
कोरोना वायरस के चलते लाॅकडाउन से आज सभी परेशान हैं। लाॅकडाउन के चलते जहाँ हर कोई अपने घरों में कैद होने को मजबूर हो गया है ऐसे समय में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपनी जान पर खेलकर भी हमारी सुरक्षा का ध्यान रख रहें हैं। उत्तराखंड पुलिस भी उन्हीं में से एक है, जो इस बात का बड़े अच्छे से ध्यान रख रही हैं कि राज्यवासियों को किसी भी चीज की कोई परेशानी ना हो। जहां वह हम सभी को जरूरतों का सामान मुहैया कराने की पूरी व्यवस्था कर रही है, और लाॅकडाउन का उल्लघंन करने वालों को सजा दे रही है तो वहीं उन गरीब लोगों/ मजदूरों के लिए भोजन की व्यवस्था भी कर रही है जिनके घरों में लाॅकडाउन के चलते चूल्हा नहीं जल पा रहा है। आज सही मायने में उत्तराखंड पुलिस का चेहरा मित्र पुलिस के रूप में नजर आया है। बेबस लाचार गरीबों को खाना उपलब्ध कराने की ऐसी ही एक नेक पहलबागेश्वरजिले में पुलिस अधीक्षक रचिता जुयाल ने भी की है। इस नेक पहल के पीछे उनका कहना है कि ये प्रयास इसलिए किए जा रहे हैं ताकि कोई भी भूखा ना रहे।
बनाने वालों को राशन और खाना न बना पाने वाले लोगों को भोजन खिलाएगी बागेश्वर पुलिस:
बता दें कि राज्य के अन्य जिलों की तरह ही बागेश्वर पुलिस भी गरीबों, मजदूरों एवं जरूरतमंदों के लिए राशन एवं भोजन की व्यवस्था करने जा रही है। बागेश्वरजिले की पुलिस अधीक्षक रचिता जुयाल के अनुसार पुलिस के द्वारा लॉकडाउन में उन सभी मजदूरों व जरुरत मंद लोगों के लिए, जिनके पास राशन की व्यवस्था ना हो, नजदीकी कोतवाली या थाने में राशन की व्यवस्था की जायेगी। इसके साथ ही जिनके पास खाना बनाने की भी सुविधा नहीं है ऐसे लोगों के लिए सभी पुलिस मेस में खाने की उचित व्यवस्था की भी जा रही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि ऐसे लोग बिना डरे कोतवाली या थाने मे पहुंचकर पुलिस को अपनी मदद करने का अवसर दे सकते हैं। यह बागेश्वर पुलिस के लिए भी बड़े ही गर्व की बात होगी कि वह अपने जिले के नागरिकों के काम आए। ऐसे लोगों को पुलिस अधिकारियों द्वारा पुलिस या फायर स्टेशन की मेस में निशुल्क भोजन कराया जाएगा और शाम के खाने की लिए भी एक पर्ची दी जायेगी जो लाॅकडाउन के दौरान भी खाना खाने की लिए पुलिस मेस तक जाने आने का पास का काम करेगी।