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Uttarakhand news: garhwal rifle soldier Arvind Negi from Rudraprayag died on the duty in Assam.

Uttarakhand Martyr

उत्तराखण्ड

रूद्रप्रयाग

उत्तराखण्ड: असम में ड्यूटी के दौरान शहीद हुआ गढ़वाल राइफल्स का जवान, परिवार में कोहराम

Rudraprayag: 5 गढ़वाल राइफल्स (Garhwal rifle) तैनात था शहीद जवान (soldier), शहादत की खबर से परिजनों में कोहराम..

समूचे उत्तराखण्ड के लिए असम के तामुलपुर से दुखद खबर आ रही है जहां गढ़वाल राइफल्स का एक जवान शहीद हो ग‌ए हैं। बताया गया है कि शहीद जवान राज्य के रूद्रप्रयाग (Rudraprayag) जिले के रहने वाले थे और सेना की 5 गढ़वाल राइफल्स (Garhwal rifle) में तैनात थे। इस दुखद खबर से जहां शहीद जवान (soldier) के परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं पूरे क्षेत्र में क्षेत्र में शोक की लहर है। सेना के अधिकारियों के मुताबिक शहीद जवान की पहचान अरविंद नेगी पुत्र बलवीर सिंह नेगी के रूप में हुई है तथा उनके आकस्मिक निधन का कारण खेलने के दौरान गिरकर गम्भीर रूप से घायल होना बताया गया है। शहीद अरविंद अपने पीछे पत्नी व डेढ़ साल के एक मासूम बेटे सहित पूरे परिवार को रोता-बिलखता छोड़ गए है। शहीद अरविंद की आयु अभी मात्र 29 वर्ष थी।
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शहादत की खबर से बेखबर है शहीद का डेढ़ वर्षीय बेटा, पत्नी और माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल:-

प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के रूद्रप्रयाग जिले के तुंगनाथ घाटी के उषाड़ा गांव निवासी अरविंद नेगी पुत्र बलवीर सिंह नेगी भारतीय सेना की 5-गढ़वाल रायफल में तैनात थे। वर्तमान में उनकी तैनाती असम के तामुलपुर में थी। बताया गया है कि बीते 13 दिसंबर को खेलने के दौरान अरविंद गिर ग‌ए जिससे उनके सिर पर गंभीर चोट लग गई। जिस पर सेना के अधिकारियों ने अरविंद को सैन्य अस्पताल गुवाहाटी में भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान बीते रविवार शाम को अरविंद ने दम तोड दिया। सेना की ओर से उनकी शहादत की खबर मिलने से जहां उनके परिवार में कोहराम मच गया और माता-पिता, पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है वहीं शहीद का डेढ़ साल बेटा पिता की शहादत की खबर से बेखबर है। शहीद के मासूम बच्चे को देखकर शोकाकुल परिजनों को सांत्वना देने जा रहे ग्रामीण भी अपनी आंखों से आंसू नहीं रोक पा रहे हैं। बता दें कि 2010 में सेना की गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हुए थे और बीते 5 म‌ई को छुट्टियां बिताने के बाद घर से ड्यूटी पर लौटे थे।

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Sunil

सुनील चंद्र खर्कवाल पिछले 8 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे राजनीति और खेल जगत से जुड़ी रिपोर्टिंग के साथ-साथ उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराओं पर लेखन करते हैं। उनकी लेखनी में क्षेत्रीय सरोकारों की गूंज और समसामयिक मुद्दों की गहराई देखने को मिलती है, जो पाठकों को विषय से जोड़ती है।

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