केन्द्र सरकार ने किया देश के पहले सीडीएस का ऐलान, सेना प्रमुख जनरल रावत के नाम पर लगी मुहर
अभी-अभी देवभूमि उत्तराखंड का गौरव बढ़ाने वाली एक बड़ी खबर देश की राजधानी नई दिल्ली से आ रही है। खबर है कि भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनेंगे। जी हां… देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के नाम का ऐलान हो चुका है। थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत देश के पहले CDS के रूप में पद संभालेंगे। केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने ट्वीट करके यह जानकारी दी। सीडीएस को तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बनाने की जिम्मेदारी दी जाएगी। बता दें कि मंगलवार 31 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत थल सेना प्रमुख के पद से रिटायर होने वाले हैं। गौरतलब है कि पिछले काफी समय से जनरल रावत का नाम इस पद के लिए सबसे आगे चल रहा था। बताते चलें कि इस स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस पद की घोषणा की थी। सीडीएस (CDS) फोर स्टार जनरल होगा और इनका कार्यकाल तीन साल का होगा। जो अपने पद पर 65 साल की उम्र तक बने रहेंगे। हालांकि पहले यह उम्र 62 साल थी लेकिन सरकार ने रविवार को इसमें बदलाव कर दिया था।
बता दें कि जनरल बिपिन रावत मूल रूप से राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के रहने वाले हैं और आगामी मंगलवार को सेना प्रमुख के पद से रिटायर हो रहे हैं। जनरल रावत की जगह मनोज मुकुंद नरवणे नए आर्मी चीफ होंगे। बताते चलें कि सीडीएस का पद ‘फोर स्टार’ जनरल के समकक्ष होगा और सभी सेनाओं के प्रमुखों में सबसे ऊपर होगा। गौरतलब है कि रक्षा मंत्रालय ने सेना नियमों, 1954 में कार्यकाल और सेवा के नियमों में संशोधन किया है। मंत्रालय ने रविवार 28 दिसंबर को जारी की गई अपनी अधिसूचना में कहा है कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) या ट्राई-सर्विसेज प्रमुख 65 साल की आयु तक सेवा दे सकेंगे। CDS थलसेना, वायुसेना और नौसेना के एकीकृत सैन्य सलाहकार होगा। विदित हो कि 1999 में गठित की गई कारगिल सुरक्षा समिति ने इस संबंध में सुझाव तब दिया था जब उसने पाया था कि कारगिल जंग के दौरान तीनों सेनाओं में तालमेल की काफी कमी थी। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति का मकसद भारत के सामने आने वाली सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बढ़ाना है। जनरल बिपिन रावत के पहले सीडीएस बनने से एक बार फिर पूरे देश में देवभूमि उत्तराखंड का रूतबा बढ़ा है।
