Golu devta Sandesh Yatra: चंपावत से गोल्ज्यू संदेश यात्रा का हुआ आगाज, हरिद्वार से उत्तरकाशी के लिए रवाना हुई यात्रा…
Golu devta Sandesh Yatra : उत्तराखंड के चंपावत जिले मे स्थित गोल्ज्यू देवता की संदेश यात्रा का आगाज बीते सोमवार को हो चुका है जिसके चलते यह यात्रा कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण करेगी। दरअसल यह यात्रा हरिद्वार से होते हुए उत्तरकाशी तक जाएगी जिसमें देवभूमि उत्तराखंड के लोगों को गोल्ज्यू देवता का आशीर्वाद मिलेगा। इस संदेश यात्रा का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर और लोक देवी देवताओं के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाना है। दरअसल यह यात्रा 21 दिन तक चलेगी जो अंतिम दिन में चंपावत जिले की ओर यानी कि अपने मूल स्थान पर प्रस्थान करेगी।
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बता दें बीते 4 नवंबर को चंपावत जिले के द्वितीय श्री गोल्ज्यू संदेश यात्रा का शुभारंभ हो चुका है। दरअसल यह यात्रा 5 नवंबर को प्रातः 10:00 बजे ककराली गेट टनकपुर पहुंची जहां से यात्रा का भव्य स्वागत किया गया और सोमवार को धरोहर संस्थान द्वारा चंपावत से यह संदेश यात्रा निकाली गई। बताते चले ये यात्रा कुमाऊं और गढ़वाल के विभिन्न स्थानों से होकर पुन 24 नवंबर को चंपावत आकर संपन्न होगी। यात्रा का संचालन करने के लिए समिति के प्रांतीय संयोजक विजय भट्ट समेत अन्य कई सारी अधिकारी मौजूद रहे। इस मौके पर महिलाओं ने मांगलिक परिधान पहनकर भव्य कलश यात्रा निकाली जिसमें पुरुषों और बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान यात्रा बालेश्वर मंदिर से होकर गोरल मैदान के पास गोल्ज्यू मन्दिर पहुँची जहां देव डांगरों ने अवतरित होकर सभी को अपना आशीर्वाद दिया।
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Goljyu Sandesh Yatra Champawat बीते मंगलवार को टनकपुर के ककराली गेट पहुंचने के बाद यात्रा को वाहन द्वारा तुलसीराम चौराहे पहुंचाया गया जहाँ से गोलू देवता के रथ के साथ यात्रा मुख्य बाजार शास्त्री चौक होते हुए रोडवेज बस स्टेशन के करीब तक पैदल चली। वहीं 7 नंवबर को गोल्ज्यू देवता की यात्रा ने हरिद्वार जिले के उत्तरकाशी के लिए प्रस्थान करा। 21 दिवसीय चलने वाली यह यात्रा उत्तराखंड के 75 नगरों ,ग्रामीण क्षेत्रों से होते हुए 24 नवंबर को पुन अपने मूल स्थान चंपावत पहुुंचेगी। यात्रा के संयोजक सतीश चंद्र पांडे ने बताया कि 8 नवंबर को सात बजे यह यात्रा कचुडडु देवता मंदिर डुंडा पहुँची और उसके बाद यात्रा आज 9 नवंबर को राजराजेश्वरी मंदिर चिन्यालीसौड पहुंचकर गढ़वाल के अन्य क्षेत्रों के लिए आगे की ओर प्रस्थान करेगी। बताते चलें कुमाऊं क्षेत्र के चंपावत के चितई में गोलू देवता का मंदिर है जिन्हें न्याय का देवता माना जाता है और घर-घर इनकी पूजा की जाती है।