Guldar Attack tehri garhwal: टिहरी गढ़वाल में गुलदार में घास लेने गई महिला पर किया हमला, बहादुरी से बचाई महिला ने अपनी जान
उत्तराखंड में आदमखोर जंगली जानवरों तेंदुओ गुलदार और बाघ का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुमाऊं मंडल से लेकर गढ़वाल मंडल तक लोग भय के साए में जीने को मजबूर हैं। इसी बीच गुलदार के हमले की एक बड़ी खबर टिहरी गढ़वाल जिले से सामने आ रही है जहां जंगल में घास काटने गई महिला को गुलदार ने हमला कर बुरी तरह जख्मी कर दिया। वह तो गनीमत रही की महिला ने अपनी बहादुरी दिखाते हुए गुलदार पर दरांती से वार करना शुरू कर दिया और वो मौके से भाग गया।(Guldar Attack tehri garhwal) यह भी पढ़ें- पौड़ी गढ़वाल में आदमखोर गुलदार ने दादी के हाथ से झपटकर बच्ची को बनाया अपना निवाला
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार टिहरी गढ़वाल के ढुंगमंसदार पट्टी के सेमा गांव की 44 वर्षीय गुड्डी देवी पत्नी बालकराम नौटियाल गांव से लगभग 500 मीटर दूर जंगल में घास लेने गई थी। वहां झाड़ियां में पहले से घात लगाकर छिपे एक गुलदार ने एकाएक गुड्डी देवी पर पीछे से हमला कर दिया। इस बीच महिला ने हिम्मत दिखाते हुए जोर-जोर से चिल्लाने के साथ ही अपनी दरांती से गुलदार पर लगातार वार करने शुरू कर दिए। महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास घास काट रही अन्य महिलाओं ने भी शोर मचाना शुरू कर दिया जिसे गुलदार मौके से भाग गया। इस हमले में महिला के हाथ और पैर पर गुलदार ने गहरे नाखून गाढ़ दिए। यह भी पढ़ें- उत्तराखण्ड: बहू की जान पर बन आई तो अपनी जान जोखिम में डाल गुलदार से भिड़ गई सास
इसके बाद तुरंत घायल महिला गुड्डी देवी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेमंडीधार ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उपचार के बाद महिला को छुट्टी दे दी। वहीं सूचना मिलने पर वन कर्मी भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने इस जंगल में ग्रस्त भी किया लेकिन गुलदार नहीं दिखाई दिया। बीते 2 दिन पूर्व ही पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर क्षेत्र में भी गुलदार ने 3 वर्षीय मासूम बच्ची को अपना निवाला बनाया लगातार गुलदारों के हमले से ग्रामीण अब भय के साए में जीने को मजबूर हो रहे हैं।
सुनील चंद्र खर्कवाल पिछले 8 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे राजनीति और खेल जगत से जुड़ी रिपोर्टिंग के साथ-साथ उत्तराखंड की लोक संस्कृति व परंपराओं पर लेखन करते हैं। उनकी लेखनी में क्षेत्रीय सरोकारों की गूंज और समसामयिक मुद्दों की गहराई देखने को मिलती है, जो पाठकों को विषय से जोड़ती है।