(Guldar In Tehri Garhwal):पहाड़ में शूटरों की गोली से ढेर हुआ आदमखोर गुलदार, रक्षाबंधन के दिन सात वर्षीय मासूम बच्ची को बनाया था अपना निवाला..
राज्य में जंगली जानवरों की बढ़ती दहशत के बीच आज टिहरी गढ़वाल जिले के देवल गांव से एक अच्छी खबर आ रही है जहां रक्षाबंधन के दिन एक सात वर्षीय मासूम बच्ची को निवाला बनाने वाला गुलदार बीते शुक्रवार रात शूटरों की गोली से ढेर हो गया। गुलदार (Guldar In Tehri Garhwal) के मारे जाने की खबर सुनकर जहां बीते कई दिनों से दहशत के साए में जी रहे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली वहीं इस आदमखोर की खोज में जुटे वन विभाग की सारी चिंताएं भी समाप्त हो गई है। बता दें कि यह गुलदार काफी समय से क्षेत्र में सक्रिय था। शूटरों ने शुक्रवार रात उस वक्त गुलदार को निशाना बनाया जब वह देवल गांव में कुत्ते का पीछा करते हुए पहुंचा था। इस दौरान बीते एक सप्ताह से गुलदार की राह देख रहे शूटर डा. प्रशांत शर्मा ने गुलदार पर अचूक निशाना लगाया जिससे गुलदार वहीं ढेर हो गया। रेंज अधिकारी लक्की शाह का कहना है कि मृत गुलदार एक आठ साल की मादा है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि यह वही आदमखोर गुलदार है या नहीं, पोस्टमार्टम जांच के बाद ही स्पष्ट रूप से इसका खुलासा हो पाएगा।
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ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग ने गुरुवार को पकड़ने के लिए क्षेत्र में लगाए थे पिंजरे, शिकारी भी किए थे तैनात:-
गौरतलब है कि राज्य के टिहरी गढ़वाल जिले के प्रतापनगर ब्लाक के ओण पट्टी के देवल गांव निवासी प्रकाश नौटियाल की आठ वर्षीय पुत्री पूजा को रक्षाबंधन के दिन बीते 3 अगस्त की शाम को एक आदमखोर गुलदार ने उस समय अपना निवाला बना लिया था जब वह खेलने के बाद अपने साथियों के साथ घर वापस जा रही थी। ग्रामीणों को पूजा का क्षत-विक्षत शव गांव के पास ही पड़ा मिला। बताते चलें कि गुलदार ने इससे पूर्व भी क्षेत्र के ही खोलगढ ग्राम पंचायत निवासी 12 वर्षीय बालक को अपना निवाला बनाया था। गुलदार के एकाएक बढ़ते हमले से दहशत में आए ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग ने क्षेत्र में न सिर्फ तीन जगह पिंजरे लगाए थे बल्कि बीते 17 अगस्त को देवाल गांव में दो शूटरों डा. प्रशांत शर्मा व जहीर बख्शी को भी तैनात किया था और इन्हीं की गोली का निशाना शुक्रवार रात यह आदमखोर गुलदार बना। गुलदार क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में कई पशुओं को भी अपना निवाला बना चुका था।
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