उत्तराखण्ड : गुरूग्राम में पहाड़ी युवकों की हत्या में आया नया मोड़, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
उत्तराखंड के युवा रोजगार के लिए राज्य से बाहर दूसरे शहरों में पलायन करने को मजबूर हैं परन्तु वहां भी वो सुरक्षित नहीं है। ये बात हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर उत्तराखंड के पौड़ी जिले के दो युवाओं की हत्या का मामला संज्ञान में आया था जिसमें कहा गया था कि गुरूग्राम के एक होटल में नोकरी करने वाले राज्य के तीन युवाओं पर 14 जुलाई की रात को उस समय हमला किया गया जब वह ड्यूटी से वापस आ रहे थे। वायरल पोस्ट में बताया गया था कि हमले में दो युवाओं की मौका-ए-वारदात पर ही मौत हो गई थी जबकि एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। इसके बाद उत्तराखंड एवं गुरूग्राम में रहने वाले पहाड़ी युवाओं ने मामले की निष्पक्ष जांच एवं दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी को लेकर इतने ज्यादा आक्रोशित हो गए थे कि खुद राज्य के मुख्यमंत्री को सामने आकर उक्त मामले में टिप्पणी करनी पड़ी थी जिसमें उन्होंने हरियाणा सरकार से मिले उचित कार्रवाई के आश्वासन का जिक्र किया था। परंतु आज गुरुग्राम पुलिस द्वारा किए गए खुलासे से हत्या के मामले ने एक पेचीदा मोड़ ले लिया है। जिसमें कहा गया है कि यह कोई हत्या का मामला नहीं बल्कि सड़क दुर्घटना का केस था।
सड़क दुर्घटना का केस दर्ज : गुरुग्राम पुलिस के फेसबुक पेज से मिली जानकारी के अनुसार 14 जुलाई की रात को दिल्ली गुरुग्राम बार्डर पर एक तेज रफ्तार कैटर ने ड्यूटी से पैदल वापस आ रहे तीन युवकों को बुरी तरह रौंद दिया था जिससे उनमें से दो युवाओं की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि हादसे में एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। पुलिस द्वारा बताया गया यह तीनों युवक उत्तराखंड के रहने वाले थे जो यहां के एक होटल में नौकरी करते थे। बताते चलें कि गुरुग्राम पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हादसे के आरोपी कैंटर चालक की धरपकड़ के लिए उसकी तलाश शुरू कर दी थी। दुर्घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज को देखने के बाद पुलिस को उक्त वाहन एवं आरोपी चालक की जानकारी मिली। पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए आरोपी चालक को मय कैंटर गिरफ्तार कर लिया और चालक के खिलाफ सड़क दुर्घटना का केस दर्ज भी दर्ज कर लिया है। साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल हत्या की खबर को भी पूर्णतः नकार दिया है। पुलिस का कहना है कि कुछ लोगों ने बिना पूर्ण जानकारी के मामले को हत्या का रूप देकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था जो कि पूरी तरह झूठी अफवाह थी।