प्रदेश में सत्ता परिवर्तन तो हो गया है, लेकिन रोडवेज का सिस्टम सुधरने के बजाए और ज्यादा बदहाल हो गया है। जहाँ प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र की यातायात व्यवस्था का इकलौता जरिया रोडवेज बस, जीप है, वही अब लंबी दूरी की बस सेवाएं एक-एक कर बंद हो रही है। बता दे की अब पिथौरागढ़ से गुरुग्राम के लिए सीधी बस सेवा नहीं मिलेगी। जिससे अब पहाड़ के तमाम लोगो को बड़ी असुविधा होने वाली है , क्योकि एक तो वैसे ही बसों की किल्लत और वो भी लम्बे रुट की बस का बंद होना। बताते चले की सीमांत जिले के तमाम लोग गुरुग्राम में नौकरी कर रहे हैं, इन लोगों की सुविधा को देखते हुए रोडवेज ने डेढ़ वर्ष पूर्व पिथौरागढ़ से सीधी बस सेवा शुरू की थी। निगम ने गुरुग्राम के लिए संचालित होने वाली बस सेवा को भी बंद कर देने का निर्णय ले लिया है। पिछले डेढ़ वर्ष के दौरान बंद होने वाली यह चौथी सेवा है।
डिपो प्रबंधन ने लिया बस सेवा बंद करने का निर्णय : प्राप्त जानकारी के अनुसार डिपो प्रबंधन ने सीमांत जिले पिथौरागढ़ से गुरुग्राम जाने वाली सीधी बस सेवा को बंद करने का निर्णय ले लिया है। सेवा इसी सप्ताह बंद हो सकती है। एआरएम आरके आर्य के अनुसार गुरुग्राम के लिए संचालित होने वाली सेवा से निगम को घाटा हो रहा है। जिसके चलते इसे बंद करने का निर्णय लिया गया है। उनका कहना ये भी है की गुरुग्राम के लिए सेवा बंद होने के बाद इस बस को तीर्थनगरी हरिद्वार के लिए संचालित किया जाएगा। सबसे चौकाने वाली बात तो ये है की पिछले डेढ़ वर्ष में हरिद्वार, कानपुर और दिल्ली के लिए दोपहर 11 बजे संचालित होने वाली बस सेवा बंद कर दी गई है। जिसके चलते अब यात्रियों को खासी दिक्कतें हो रही हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में सिर्फ बस ही लम्बे रूटों पर चलती है अगर उनको भी धीरे धीरे बंद कर दिया जायेगा पहाड़ो से बड़े शहरो की सीधी कनेक्टिविटी ही बंद हो जाएगी।