सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले होशियार सिंह रावत (Hoshiyar Rawat) ने सेना (Army)में लेफ्टिनेंट (Leftinent) बन बढ़ाया प्रदेश का मान, क्षेत्र में खुशी की लहर..
देवभूमि उत्तराखंड के वाशिंदे सदा से सेना में जाकर मातृभूमि की सेवा करने को लालायित रहे हैं। सेना में शामिल जवानों के आंकड़े भी जहां इस बात की गवाही देते है वहीं बार्डर पर इन जवानों की वीरता, बहादुरी, साहस और शौर्य आदि के किस्से पूरे देश-विदेश में बड़े सम्मान से सुनाई जाती है। बात अगर राज्य के सीमांत जिले पिथौरागढ़ की ही करें तो, यहां हर तीसरे परिवार का कोई न कोई सदस्य सेना में होता है। आज फिर पिथौरागढ़ जिले के एक नौनिहाल बेटे ने सेना में लेफ्टिनेंट बनकर न सिर्फ पिथौरागढ़ जिले का मान बढ़ाया है बल्कि समूचे उत्तराखण्ड को भी गौरवान्वित किया है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं पांखू क्षेत्र के रहने वाले होशियार सिंह रावत (Hoshiyar Rawat) की, जो शनिवार को आफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी चेन्नई में आयोजित हुई पासिंग आउट परेड के दौरान सेना (Army) में लेफ्टिनेंट (Leftinent) बन गए है। होशियार की इस उपलब्धि से समूचे क्षेत्र में खुशी की लहर है। सबसे खास बात तो यह है सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले होशियार के पिता और दादा भी सेना में रहकर देशसेवा कर चुके हैं।
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कोरोना के कारण पासिंग आउट परेड में शामिल नहीं हो पाए होशियार के परिजन, दूरदर्शन पर बेटे को वर्दी में देख हुए गौरवान्वित:-
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग विकासखंड के पांखू क्षेत्र के पाली मसूरिया गांव निवासी होशियार सिंह रावत सेना में लेफ्टिनेंट बन गए है। बता दें कि सैन्य परिवार से ताल्लुकात रखने वाले होशियार ने इंटरमीडिएट तक की शिक्षा बीरशिवा स्कूल पिथौरागढ़ से प्राप्त की। तत्पश्चात पौड़ी स्थित जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स से बीटेक किया, इसी दौरान 2019 में उनका चयन देश की प्रतिष्ठित सैन्य परीक्षाओं में शामिल सीडीएस में हुआ। जिसके बाद कठिन ट्रेनिंग पूरी करने के उपरांत शनिवार को आफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी चेन्नई में हुई पासिंग आउट परेड में अपने कंधों में सितारे सजाकर भारतीय सेना में अफसर बन गए। हालांकि कोरोना के कारण होशियार के परिजन इस खुशी के मौके पर बेटे के कंधों पर स्वयं सितारे नहीं लगा पाए परंतु उन्होंने दूरदर्शन के माध्यम से इस हसीन लम्हें को देखा और टीवी पर बेटे को वर्दी में देख हुए गौरवान्वित हुए। बताते चलें कि होशियार के दादा बची सिंह रावत भी सेना में थे। होशियार के पिता हर्ष सिंह रावत भी भारतीय सेना से सेवानिवृत्त है जबकि उनकी मां कमला रावत एक कुशल गृहिणी हैं। होशियार की इस सफलता से पूरा परिवार बेहद खुश हैं।
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