पौड़ी गढ़वाल की पहली महिला DM होंगी IAS स्वाति भदौरिया Swati Bhadauria DM PAURI
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Pauri DM Swati Bhadauria: पौड़ी गढ़वाल को मिली अपनी पहली महिला जिलाधिकारी, स्वाति भदौरिया ने रचा इतिहास – जानिए इनके बारे में
Pauri DM Swati Bhadauria: उत्तराखंड के प्रशासनिक इतिहास में एक और नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। जी हां… यह बड़ी ऐतिहासिक खबर राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले से सामने आ रही है जहां के वाशिंदों को अपनी पहली महिला जिलाधिकारी मिल गई है। आपको बता दें कि उत्तराखण्ड शासन द्वारा गुरुवार देर रात जारी तबादला सूची के अनुसार 2012 बैच की आईएएस अधिकारी स्वाति एस भदौरिया पौड़ी गढ़वाल जिले के नए जिलाधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। (Uttarakhand IAS DM TRANSFER 2025)
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सवा सौ वर्षों के इतिहास में पहली बार महिला आईएएस अधिकारी संभालेंगी पौड़ी DM की कुर्सी, स्वाती होंगी पौड़ी की 64वीं जिलाधिकारी…Pauri Garhwal DM IAS Swati Bhadauria
आपको बता दें कि अपनी कुशल प्रशासनिक दक्षता एवं सादगीपूर्ण अंदाज के लिए पहचाने जाने वाली आईएएस स्वाति श्रीवास्तव भदौरिया न केवल अब पौड़ी गढ़वाल जिले की पहली महिला जिलाधिकारी बनने जा रही हैं। बल्कि उत्तराखंड राज्य गठन के बाद वह जिले के 19वें जिलाधिकारी की जिम्मेदारी संभालेंगी, पौड़ी गढ़वाल जिला गठन के बाद से जिलाधिकारी के पद पर आसीन होने वाली वह 64वीं जबकि आजादी के बाद 50वीं आईएएस अधिकारी होंगी। लेकिन पौड़ी गढ़वाल जिले के सवा सौ वर्षों के इतिहास में ऐसा पहली बार किसी महिला अफसर को जिले की कमान सौंपी गई है। वह वर्तमान में पौड़ी गढ़वाल जिले की कमान संभाल रहे आईएएस अधिकारी डॉ. आशीष कुमार चौहान का स्थान लेंगी, जिन्हें अब उत्तराखण्ड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी यूकाडा (UKADA), नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी और खेल एवं युवा कल्याण नया निदेशक नियुक्त किया गया है।
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स्वाति भदौरिया: तकनीकी पृष्ठभूमि से प्रशासनिक सेवा तक का सफर, पहले प्रयास में चूकीं, लेकिन दूसरे में हासिल की देशभर में 74वीं रैंक Swati S Bhadauria IAS Biography First Female DM of Pauri
बात अगर पौड़ी गढ़वाल जिले के इतिहास में पहली महिला जिलाधिकारी के रूप में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों से दर्ज कराने वाली आईएएस अधिकारी स्वाति एस भदौरिया की करें तो उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में जन्मी और पली-बढ़ी स्वाति भदौरिया ने अपनी शुरुआती शिक्षा लिटिल फ्लावर स्कूल गोरखपुर से ही प्राप्त की । तदोपरांत उन्होंने लखनऊ के प्रतिष्ठित आईआईटी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बीटेक ऑनर्स किया। पढ़ाई पूरी होते ही उनका चयन RBI में हुआ, लेकिन उनका सपना IAS बनकर देश की सेवा करने का था। RBI में कार्यरत रहते हुए उन्होंने UPSC की तैयारी जारी रखी और पहले प्रयास में मात्र एक अंक से चूकने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी। वर्ष 2012 की परीक्षा में उन्होंने 74वीं रैंक हासिल कर छत्तीसगढ़ कैडर से IAS अधिकारी बनीं।
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पत्नी के लिए जब पति ने छोड़ दी थी डीएम की कुर्सी Swati NITIN Bhadauria IAS COUPLE in UTTARAKHAND
आईएएस अधिकारी बनने के उपरांत उन्होंने छत्तीसगढ़ में डोंगरगांव और सरायपाली में SDM के रूप में अपनी सेवाएं दी। उसके बाद उनकी शादी 9 फरवरी 2014 को IAS नितिन भदौरिया से हुई, जो उत्तराखंड कैडर के 2011 बैच के अधिकारी हैं। जिसके बाद वर्ष 2015 में उन्होंने अपना कैडर छत्तीसगढ़ से परिवर्तित कर उत्तराखण्ड करा लिया और पति के साथ देवभूमि की सेवा करने आ गई। उत्तराखण्ड शासन प्रशासन के साथ ही आमजनता के दिलों में अपनी गहरी छाप छोड़ने वाले दोनों पति-पत्नी न केवल आम जनमानस की पीड़ा दूर करने का हरसंभव प्रयास करते हैं बल्कि उनका यह सादगीपूर्ण जीवन पूरी तरह एक दूसरे के प्रति भी समर्पित है। इसका एक बड़ा वाकया उस वक्त का है जब वर्ष 2016 में नितिन को पिथौरागढ़ का डीएम बनाया गया था, लेकिन पारिवारिक जिम्मेदारी निभाते हुए उन्होंने यह पद न स्वीकार कर पत्नी के साथ रहने का निर्णय लिया और खुद CDO बने, क्योंकि उस दौरान स्वाति गर्भवती थी।

आईएएस पति नितिन भदौरिया एवं पत्नी स्वाति श्रीवास्तव भदौरिया
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2018 में एक साथ जिलाधिकारी बने पति-पत्नी, अब दुबारा दोनों संभालेंगे डीएम की कुर्सी, आंगनबाड़ी में कराया बेटे का दाखिला Swati S Bhadauria IAS First Woman DM Pauri Garhwal
वर्ष 2018 में यह दंपति फिर चर्चा में आए जब दोनों को एक साथ उत्तराखण्ड के दो जिलों के जिलाधिकारी की कमान सौंपी गई। उस समय नितिन को अल्मोड़ा जबकि स्वाति को चमोली जिले के जिलाधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिसे दोनों पति-पत्नी ने बखूबी निभाया। इतना ही नहीं उस दौरान स्वाति ने एक समाजिक उदाहरण भी पेश किया — उन्होंने अपने बेटे अभ्युदय का दाखिला किसी प्राइवेट स्कूल में नहीं, बल्कि स्थानीय आंगनबाड़ी केंद्र में कराया और खुद बेटे को लेकर स्कूल पहुँचीं। यही कारण है कि उत्तराखंड सरकार ने दोनों पति-पत्नी पर एक बार फिर बेतहाशा भरोसा जताया है, और दोनों पति-पत्नी को डीएम की कुर्सी सौंपी है। बता दें कि नितिन भदौरिया जहां दिसंबर 2024 से उधम सिंह नगर के जिलाधिकारी की कमान संभाल रहे हैं, वहीं अब स्वाति भदौरिया को पौड़ी गढ़वाल की पहली महिला डीएम की जिम्मेदारी दी गई है।
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प्रशासनिक अनुभव और बहुआयामी जिम्मेदारियाँ Swati S Bhadauria IAS pauri garhwal new District magistrate DM
बताते चलें कि आईएएस अधिकारी स्वाति भदौरिया अभी तक अपर राज्यपाल, भाषा, तकनीकी शिक्षा, हिन्दी अकादमी, के सचिव, भाषा संस्थान के निदेशक और उत्तराखण्ड परियोजना विकास एवं निर्माण निगम लि० के परियोजना निदेशक, सिंचाई विभाग सचिव एवं एन0एच0एम0 के मिशन निदेशक की जिम्मेदारी निभा रही थी। इससे पूर्व वह चमोली जिले के जिलाधिकारी के साथ ही मसूरी और देहरादून के उपजिलाधिकारी की जिम्मेदारी का भी कुशलतापूर्वक निर्वहन कर चुकी हैं। उनकी कार्यशैली में सादगी, पारदर्शिता और ज़मीनी जुड़ाव साफ नजर आता है और यही गुण उन्हें एक ‘जन-प्रशासक’ बनाते हैं, न कि केवल एक अफसर।
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