खुशखबरी: उत्तराखण्ड में खुलेगा इंडियन कोस्ट गार्ड का भर्ती केन्द्र , राज्य के युवाओं को होगा लाभ
देवभूमि के युवाओं के लिए उत्तराखंड सरकार एक बड़ी सौगात लेकर आई है। एक ऐसी सौगात जिसका इंतजार सेना में जाकर देशसेवा करने की तमन्ना रखने वाले हर युवा को वर्षों से था। जी हां…. अब राज्य के युवाओं को भारतीय जल सेना के तटरक्षक बनने के लिए दूसरे राज्यों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने खुशी जताते हुए बताया है कि केन्द्र सरकार से राज्य में ही भारतीय तटरक्षक बल का भर्ती केन्द्र खोलने की अनुमति मिल गई है, इससे एक ओर अब तटरक्षक बल में शामिल होकर देशसेवा करने का जज्बा रखने वाले देवभूमि के युवाओं को भर्ती होने के लिए दूसरे शहरों के धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। वहीं दूसरी ओर देहरादून के कुंआवाला (हर्रावाला) में भर्ती केन्द्र बनाए जाने से राज्य के व्यवसायियों को भी लाभ होगा क्योंकि अब तटरक्षक बल की भर्ती में राज्य के साथ ही हिमाचल और हरियाणा के युवाओं को भी ज्यादा दूर नहीं भटकना पड़ेगा और वह भी अपने पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के भर्ती केन्द्र में आकर लाभान्वित होंगे।
मुख्यमंत्री ने जताया प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री का आभार, कहा इससे राज्य के साथ ही पड़ोसी राज्य के युवाओं को मिलेगा लाभ
बता दें कि नोएडा, मुम्बई चेन्नई व कोलकत्ता के बाद देहरादून में भारत का पांचवा कोस्टगार्ड भर्ती सेंटर बनाए जाने पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि राज्य में इंडियन कोस्ट गार्ड का भर्ती केन्द्र खोलने की अनुमति मिल गई है। देहरादून में भर्ती केन्द्र खुलने से राज्य के युवाओं के साथ ही पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश और हरियाणा के युवाओं को भी लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने इसके लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ ही कोस्टगार्ड प्रमुख राजेंद्र सिंह का आभार जताते हुए उन्हें धन्यवाद कहा है। बताते चलें कि इससे पहले तटरक्षक बल में भर्ती होने के लिए राज्य के युवाओं को राजधानी दिल्ली सहित दूसरे शहरों के धक्के खाने पड़ते थे, भर्ती केन्द्र राज्य में ना होने से पहाड़ के युवाओं को भर्ती होने के लिए दूसरे राज्यों की लम्बी दौड़ लगानी पड़ती थी। उनका काफी धन और समय भी इसमें व्यर्थ होता था। बताते चलें कि मुख्यमंत्री ने रैबार कार्यक्रम के दौरान कोस्टगार्ड चीफ श्री राजेंद्र सिंह जी के सामने यह प्रस्ताव रखा गया था, जिस पर तेजी से कार्य हुआ और अब इस पर रक्षा मंत्रालय की मुहर भी लग गई है।
