Ira Rawat national championship: पौड़ी की ईरा रावत ने हल्द्वानी में आयोजित हुई राज्य स्तरीय बैक स्ट्रोक में जीता स्वर्ण पदक, बैक स्ट्रोक नेशनल चैंपियनशिप के लिए हुई चयनित….
Ira Rawat national championship: उत्तराखंड की प्रतिभाशाली बेटियां आज खेल के क्षेत्र में बेटों की तरह बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है। इतना ही नहीं बल्कि वे हर क्षेत्र में अपनी चमक बिखेरने का साहस भी रखती है। यहां की बेटियां क्रिकेट, बैडमिंटन, मार्शल आर्ट, फेनसिंग चैंपियनशिप, फुटबॉल, बॉक्सिंग , स्प्रिंट चैंपियनशिप, तैराकी जैसे विशेष खेलों में अपनी जगह बनाकर पूरे प्रदेश का मान बढ़ा रही हैं जो अन्य बेटियों के लिए बेहद प्रेरणादायक है। हम आए दिन आपको ऐसी ही होनहार बेटियों से रूबरू करवाते रहते हैं जो अपनी मेहनत और समर्पण के दम पर विशेष उपलब्धि हासिल करती हैं।
आज हम आपको पौड़ी जिले की ईरा रावत से रूबरू करवाने वाले हैं जिन्होंने हल्द्वानी में आयोजित हुई राज्य स्तरीय 100 मी बैक स्ट्रोक में बेहतर प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया है जबकि 50 मी फ्री स्टाइल व बैक स्ट्रोक में रजत पदक हासिल कर अपने परिजनों का मान बढ़ाया है। जिसके चलते अब वह नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लेते हुए नजर आने वाली है।
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Ira Rawat pauri garhwal बता दें पौड़ी जिले के खातस्यूं पट्टी के कलूंण गांव की निवासी 12 वर्षीय ईरा रावत ने नैनीताल जिले के हल्द्वानी में आयोजित हुई राज्य स्तरीय 100 मी की बैक स्ट्रोक में बेहतर प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया है जबकि उन्होंने 50 मीटर फ्री स्टाइल व बैक स्ट्रोक में रजत पदक प्राप्त किया है। जिसके चलते अब वह नेशनल चैंपियनशिप मे प्रतिभाग करेंगी। दरअसल पढाई मे होनहार ईरा को कुछ साल पहले ही तैराकी का शौक हुआ जिसके चलते अब वह अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैराक बनने का सपना देख रही है। जिसके लिए उनके पिता विजेंद्र रावत व ईरा की माता किरन रावत अपनी बेटी के सपनों को ऊंची उड़ान देने में जुटे हुए हैं। ईरा अभी देहरादून के इंडियन स्पोर्ट्स एंड स्वीमिंग एकादमी नकरोंदा में तैराकी के गुर सीख रही है।
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आपको बता दें कि ईरा के पिता बिजेंद्र रावत उद्यमी है जबकि ईरा की माता बोर्डिंग स्कूल मे टीचर हैं। ईरा के पिता बिजेंद्र बताते है कि बेटी के सपनों को पूरा करने के लिए वो उसे देहरादून में प्रशिक्षण दिला रहे हैं। वह बताते हैं कि काफी समय पहले घर के पास में एक स्विमिंग पूल खुला तो उनकी बेटी ईरा को तभी से तैराकी में रुचि हुई। जिसे सीखने के लिए वह 5 से 6 घंटे जमकर अभ्यास करती हैं। तैराकी प्रतियोगिता में कोई कसर न रह जाए इसके लिए कोच नीरज चौधरी व मोनिका चौधरी के साथ ही फिजिकल ट्रेनर शुभम आर्य ईरा की प्रतिभा को निखारने में जुटे हुए हैं।
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बताते चलें कि ईरा ने इसी साल जनवरी से चैंपियनशिप में खेलना शुरू किया जिसके चलते स्टेट ओलंपिक में उन्होंने चार रजत तो फिन स्विमिंग में तीन स्वर्ण पदक हासिल किए । इससे पहले ईरा ने बीते सितंबर माह में हल्द्वानी में हुई स्टेट ओलंपिक में चार रजत पदक जीते थे जिसमें उन्होंने 50 मी फ्री स्टाइल 50 मी व 100 मी बैक स्ट्रोक चैंपियनशिप में विशेष उपलब्धि हासिल की थी और अब अक्टूबर में फिन स्विमिंग में तीन स्वर्ण पदक जीतकर वह नेशनल में फिर से चयनित हुई है। 15 नवंबर से दिल्ली में आयोजित होने जा रही नेशनल चैंपियनशिप में ईरा हिस्सा लेने वाली है जिनसे काफी लोगों को जीत की उम्मीदे है।
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