Uttarakhand Jageshwar Dham Almora: अल्मोड़ा जनपद के जागेश्वर धाम में हुआ बड़ा चमत्कार खुदाई के दौरान अचानक जमीन के भीतर मिले दो शिवलिंग भगवान शिव के दर्शन करने के लिए उमड़ पड़े भक्त….
Uttarakhand Jageshwar Dham Almora
उत्तराखंड को ऐसे ही देवभूमि के नाम से नही जाना जाता इस बात से सभी लोग अच्छे से परिचित ही होंगे। इस बात मे किसी भी प्रकार का कोई संदेह नहीं है कि यहां के कण- कण मे देवी- देवता निवास करते है और इसलिए इसे देवभूमि कहा जाता है लेकिन देवभूमि होने के साथ-साथ ही उत्तराखंड को चमत्कारों की भूमि भी कहा जाता है क्योंकि राज्य के लोगों ने यहां चमत्कारों को होते हुए स्वयं की आंखों से देखा है। जी हाँ ऐसा ही कुछ चमत्कार हुआ है अल्मोड़ा मे स्थित जागेश्वर धाम में जहां पर खुदाई के दौरान अचानक जमीन के भीतर से दो शिवलिंग मिले हैं।
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मिली जानकारी के अनुसार विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में मास्टर प्लान के तहत इलुमिनेशन का काम चल रहा है जिसके लिए खुदाई चल रही है। दरअसल बुधवार की प्रात में श्रमिक खुदाई के कार्य में जुटे थे तभी अचानक से जागेश्वर धाम में जमीन के भीतर से खुदाई के दौरान अद्भुत शिवलिंग प्राप्त हुआ। श्रमिकों को जागेश्वर मंदिर के ठीक पीछे प्राचीन शिवलिंग नजर आया और कुछ ही देर में यह जानकारी सम्पूर्ण क्षेत्र में फैल गई तो सैकड़ो भक्त शिवलिंग के दर्शन करने के लिए जागेश्वर धाम पहुंच गए। इतना ही नहीं भक्तों ने रोली, चन्दन और पुष्प अर्पित कर भगवान शिव का विधिवत पूजन किया और भोलेनाथ के जयकारे भी लगाए। वहीं दूसरी और शिवलिंग मिलने पर कार्यदाई संस्थान ने इस स्थान पर खुदाई का कार्य रोक दिया है। एएसआई के मुताबिक यह शिवलिंग 14 वीं शताब्दी के हैं और इन्हें सुरक्षित रखा जाएगा।
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जागेश्वर धाम की मान्यता:-
ऐसा बताया गया है कि जागेश्वर धाम से ही पृथ्वी पर लिंग के रूप में भगवान शिव के पूजन की शुरुआत हुई थी। इतना ही नहीं जागेश्वर मंदिर समूह में भगवान शिव के करीब 108 मंदिर है। आपको बता दें जागेश्वर से डेढ़ किलोमीटर दूर कोटेश्वर में कोटलिंग नामक स्थान पर भी खुदाई के दौरान कई शिवलिंग मिल चुके हैं और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम भी कोटलिंग का सर्वे कर चुकी है।अल्मोड़ा में स्थानीय लोगों के अनुसार धाम में खुदाई के दौरान 10 वर्ष पूर्व भगवान विष्णु की मूर्ति भी मिल चुकी है।
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