Dharali disaster Graphic Era : जाह्नवी की जिद के कारण बच गई परिवार की जिंदगी, सैलाब मे सब कुछ तबाह…
Jhanvi panwar family saved dharali disaster Uttarkashi now Graphic Era university dehradun provide free education news today: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली में आई भीषण आपदा ने सभी को झकझोर कर रख दिया। इतना ही नहीं बल्कि इस आपदा में कई सारे लोगों ने अपनों को खोया है जबकि अभी तक 60 से अधिक लोग लापता है जिनकी तलाश लगातार जारी है। वहीं इस आपदा के बीच धराली की निवासी जाह्नवी पंवार की एक जिद के कारण पूरे परिवार की जिंदगी बच गई हालांकि जाह्नवी के पिता का होटल और घर पूरी तरह से मलवे में तबाह हो गया जिसके दुख से उभर पाना उनके लिए इतना आसान नहीं होने वाला है।
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अभी तक मिली जानकारी के अनुसार उत्तरकाशी जिले के धराली की निवासी जाह्नवी पंवार इसी वर्ष 12 वीं परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में बीए ऑनर्स में प्रवेश लेने के लिए देहरादून आई थी जिसके चलते उन्होंने अपने माता-पिता को अपने साथ विश्वविद्यालय ले जाने की जिद की जिसके कारण उनकी जिंदगी बच गई । दरअसल जिस दिन धराली में आपदा आई उस दिन जाह्नवी के माता-पिता उनके साथ थे लेकिन इस आपदा में उनके पिता का 40 कमरों वाला होटल घर व सेब के बगीचे पूरी तरह से नष्ट हो गए। जाह्नवी ने बताया कि अगर उन्होंने अपने माता-पिता से देहरादून आने की जिद ना की होती तो आज न जाने कितनी बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
जाह्नवी से किसी भी सेमेस्टर मे नही ली जाएगी फीस
ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशंस के अध्यक्ष डॉक्टर कमल घनश्याम ने जाह्नवी से किसी भी सेमेस्टर में कोई फीस नहीं लेने की बात कही है। उन्होंने कहा कि धराली आपदा से पीड़ित अन्य परिवारों के बच्चों के संबंध में भी जानकारी मिलेगी तो उनके संबंध में भी इसी तरह का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जोशीमठ की आपदा से प्रभावित छात्र-छात्राओं को भी ग्राफिक एरा में B.Tech से लेकर पीएचडी तक की शिक्षा निशुल्क दी जा रही है। इतना ही नहीं बल्कि रैणी जोशीमठ की आपदा से बेघर हुई वृद्धा को ग्राफिक एरा ने मकान बनाकर दिया है जो बेहद सराहनीय कार्य है।
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