karandeep rana missing Merchant Navy: मर्चेंट नेवी में तैनात करणदीप सिंह राणा संदिग्ध परिस्थितियों में लापता, परिजनों ने लगाई CM से मदद की गुहार…
karandeep rana of Rudraprayag dehradun posted in Merchant Navy as Senior Deck Cadet missing from china singapore ship uttarakhand latest news:उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहा है, जहां पर मर्चेंट नेवी में तैनात करणदीप सिंह राणा सिंगापुर चीन के बीच शिप से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए हैं। करणदीप के परिजनों ने करण के लापता होने पर CM से मदद की गुहार लगाई हैं। इतना ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर भी करण के लापता होने की खबरें तेजी से प्रसारित हो रही है।
Karandeep rana Rudraprayag dehradun missing from ship: अभी तक मिली जानकारी के अनुसार मूल रूप से रुद्रप्रयाग जिले के तिलवाड़ा जैली गांव के रहने वाले करणदीप सिंह राणा पुत्र नरेंद्र राणा मर्चेंट नेवी में सीनियर डेक कैडेट के पद पर तैनात थे। दरअसल करणदीप का परिवार वर्तमान में राजधानी देहरादून के संजय कॉलोनी पटेलनगर मे निवासरत है। करणदीप बीते 16 अगस्त को देहरादून से दिल्ली कार्यालय पहुंचे थे, इसके बाद वह 18 अगस्त को सिंगापुर पहुंचे। वहीं 19 अगस्त को करणदीप ट्रेनिंग के लिए शिप में गए। करीब एक माह की ट्रेनिंग में रहते हुए करणदीप ने बीते 20 सितंबर को अपने परिजनों को फोन किया था की वो ठीक है।
20 सितम्बर की शाम से करणदीप लापता
हैरानी की बात तो यह है कि बीते 20 सितंबर की शाम को ही एग्जीक्यूटिव शिफ्ट मैनेजमेंट कंपनी ने करणदीप के परिजनों को सूचना दी कि उनका कुछ पता नहीं लग पा रहा है। करणदीप का एक जूता और एक कैमरा मिला है। कंपनी की ओर से केवल करणदीप के लापता होने की सूचना दी गई लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया।
सिंगापुर से चीन जा रहा था जाहज
बताते चले जाहज सिंगापुर से चीन जा रहा था और यह घटना श्रीलंका के दक्षिण पूर्व 150 नॉटिकल माइल की दूरी पर घटी। एग्जीक्यूटिव शिफ्ट मैनेजमेंट कंपनी ने बताया कि सर्च एंड रेस्क्यू को सूचित करते हुए जहाज को उस स्थान पर ले जाया गया जहां से करणदीप लापता हुए थे। लगभग 96 घंटे तक जहाज वहीं पर रुका लेकिन करणदीप का कुछ सुराग नहीं मिला। ऐसे में संदेह जताया जा रहा है कि करणदीप को हिरासत में रखा गया है। इतना ही नहीं बल्कि करणदीप के परिजनों को चालक दल से बात करने की अनुमति भी नहीं दी जा रही है। कंपनी ने स्वयं बताया कि आखरी बार करण को तब देखा गया था जब वह समुद्र से लगभग 200 मीटर दूर थे।
करणदीप समुद्र इंस्टिट्यूट ऑफ़ मार्टिमा स्टडीज के टॉपर भी रह चुके है
बताते चले करणदीप समुद्र इंस्टिट्यूट ऑफ़ मार्टिमा स्टडीज के टॉपर रहे हैं उन्होंने पहले भी दो जहाजों पर काम किया है। इतना ही नहीं बल्कि उनके बेहतर प्रदर्शन के लिए पूर्व में उन्हें मुख्य अधिकारियों द्वारा सराहा गया था। इन परिस्थितियों को देखते हुए परिजनो को घटना संदिग्ध प्रतीत हो रही हैं जिसके कारण करणदीप के परिजनों ने मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को पत्र भेजकर करणदीप की तलाश करने के निर्देश दिए हैं।