कुमाऊं की तस्वीर बदलेगी मानसखंड कॉरिडोर से, बनेंगे 16 रोपवे फिजिबिलिटी टेस्ट शुरू
मानस खंड में बढ़ा है तीर्थाटन:-
Uttarakhand Parvatmala Pariyojana मानसखंड में पिछले कुछ वर्षों में आने वाले लोगों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है जिससे इस क्षेत्र के प्रमुख तीर्थ और पर्यटन स्थलों को लेकर यात्रियों का रुझान बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। कुछ दिन पहले पुणे से 300 से अधिक यात्रियों का दल मानस खंड के दर्शन के लिए आया था यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सरकार सड़क नेटवर्क के साथ-साथ रोपवे नेटवर्क पर विशेष जोर दे रही है। मानस खंड कॉरिडोर के तहत नैनीताल में दो ,अल्मोड़ा में सात जागेश्वर में दो, पिथौरागढ़ में तीन और चंपावत में दो रोपवे प्रोजेक्ट निर्माण की योजना तैयार की जा रही है।
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मानसखंड कॉरिडोर से बदल जाएगी कुमाऊं की तस्वीर:-
उत्तराखंड पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बन चुका है वहीं गढ़वाल में केदारखंड के बाद अब मानसखंड बनने से कुमाऊं की तस्वीर बदलने वाली है। कुमाऊं को संवारने, समृद्ध और आध्यात्मिक बनाने के लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत रोपवे तैयार किया गया है जिससे यात्रा को सुगम बनाया जा सकेगा। इससे स्थानीय लोगों के बेहतर रोजगार मिलने के साथ ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों को कुमाऊं की संस्कृति और सभ्यता को जानने का मौका मिलेगा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ समय पहले पिथौरागढ़ दौरे पर गए थे जहां पर वो 18000 से अधिक फीट की ऊंचाई पर पहुँचने वाले पहले प्रधानमंत्री बने वहां से आदि कैलाश चीन सीमा पर बसे गूंजी गांव भी पहुंचे थे। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के बाद विश्व पटल पर छाए आदि कैलाश ,जागेश्वर धाम सहित कुमाऊं के अन्य पर्यटक स्थलों में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने लगी और पर्यटन को बहुत को बढ़ावा मिला।
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