Uttarakhand Gairsen News Highcourt : गैरसैंण को राजधानी ना बना पाने पर हाई कोर्ट के जज राकेश थपलियाल ने कसा तीखा तंज, कई गंभीर सवाल किए खड़े , नेताओं की बोलती बन्द..
Uttarakhand highcourt justice rakesh thapaliyal statement on gairsain news today :उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को लेकर लंबे समय से विवाद गर्माया हुआ है और ऐसा हो भी क्यों ना आखिर ये राजधानी सिर्फ नाम के लिए जो बनाई गई है। इस बीच उत्तराखंड हाई कोर्ट के माननीय न्याय मूर्ति राकेश थपलियाल ने गैरसैंण राजधानी मुद्दे पर सरकार और राजनेताओं की कार्य प्रणाली पर गंभीर सवाल करते हुए उन पर तीखा तंज कसा है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार बीते 14 जुलाई को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रहे हरीश रावत ने कहा कि 2027 में यदि कांग्रेस को मौका दिया जाता है तो वो गैरसैंण को राजधानी बनाएंगे। इतना ही नहीं बल्कि हरीश रावत ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा जो लोग यह कह रहे हैं कि हरीश रावत के पास मौका था गैरसैंण को राजधानी बनाने का तो मैं उन लोगों से कहना चाहता हूं कि 2027 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मौका दो गैरसैंण को राजधानी बनाकर देंगे। हरीश रावत ने अपने कार्यकाल में 2013 में केदार आपदा से राज्य उभारने का काम किया इसके अलावा उन्होंने विधानसभा भवन की भराड़ीसैंण में आधारशिला रखने की बात कहते हुए पांच हजार आवासीय क्षमता के भवन का निर्माण काम शुरू करने की बात कहीं थी जिसकी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही थी।
हरीश रावत के पोस्ट के बाद न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल ने कसा तीखा तंज
वहीं हरीश रावत के इस बयान के बाद उत्तराखंड हाई कोर्ट के जज राकेश थपलियाल ने राजनेताओं की कार्य प्रणाली पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि 2027 में हमें जीताओ हम गैरसैंण को राजधानी बनाकर दिखाएंगे यह नारा सुन सुनकर जनता थक चुकी है । उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जनता को बेवकूफ बनाना अब आदत बन गई है जब चाहे नेताओं द्वारा जनता को गुमराह किया जाता है पेपर में झूठे वादे और मिसगाइडिंग खबरें दी जाती है।
विकास की सच्चाई सिर्फ देहरादून तक है सिमटी
न्याय मूर्ति राकेश थपलियाल ने कहा की गैरसैंण में बुनियादी ढांचा पूरी तरह से तैयार है जिस पर उन्होंने लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से गैरसैंण में 8000 करोड रुपए की प्रॉपर्टी और इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद होने की बात कहते हुए कहा कि कोई भी जाकर देख सकता है केवल नेताओं को अपना अटैची उठा कर वहां जाना है। राकेश थपलियाल ने तंज कसते हुए कहा की राज्य की राजधानी यदि कैपिटल हिल गैरसैंण में होती तो आज उत्तराखंड की तस्वीर कुछ और दिखाई देती गांव गांव में अस्पताल होते स्कूल होते बिजली होती लेकिन आपको तो सारा विकास केवल देहरादून में ही नजर आता है।
विधानसभा सत्र को लेकर चेतावनी
राकेश थपलियाल ने कहा कि गैरसैंण में जो विधानसभा सत्र करने जा रहे हैं उसे हम रोक देते हैं जब तक ठोस नीति और इरादा नहीं दिखता तब तक यह सब सिर्फ दिखावा है न्यायमूर्ति के इस बयान ने न सिर्फ सरकार की नियत पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं बल्कि जनता को सोचने पर मजबूर किया है कि आखिर 24 साल बाद भी गैरसैंण सिर्फ वादो और बातों में ही क्यो सिमट कर रह गया है अब वक्त आ गया है सोशल मीडिया पर नहीं बल्कि सड़कों पर उतरकर अपने हक के लिए आवाज उठाने का ताकि आने वाली पीढ़ी संतुलित उत्तराखंड देख सके जिसके लिए सबको एकजुट होने की आवश्यकता है।