NEET Exam: पिता के सपने को बेटी ने किया साकार, अब नारायणबगड़ की आस्था बिष्ट(Aastha Bisht) डाँक्टर बन करेगी लोगों की सेवा
बीते सोमवार को मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET Exam) के परिणाम घोषित होते ही होनहार छात्र- छात्राओ के चेहरे खिल उठे। जहाँ सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्तराखंड के युवा छाए रहते हैं वहीं अब नीट परीक्षा में भी उत्तराखंड के होनहारो ने परचम लहराया है। नीट परीक्षा की इसी कड़ी में सफलता हासिल करने वालों में चमोली जिले के नारायणबगड़ ब्लॉक के पालछुनी गांव की बेटी आस्था बिष्ट (Aastha Bisht) का नाम भी शामिल हैं। बता दें कि आस्था ने नीट परीक्षा में 3633वीं रैंक हासिल की है।इसके बाद वो एम्स से मेडिकल की पढ़ाई करना चाहती हैं। आस्था की इस सफलता से परिजनों में बेहद खुशी का माहौल है और उन्हे बधाइयाँ देने वालों का तांता लगा हुआ है। आस्था के पिता आईटीबीपी में हेड कांस्टेबल हैं। उनके पिता जहां सीमा पर तैनात होकर माँ भारती की सुरक्षा के लिए तत्पर हैं, वहीं अब बेटी डॉक्टर बन जन सेवा करेगी।
मूलरूप से चमोली जिले के नारायणबगड़ ब्लॉक के पालछुनी गांव की रहने वाली आस्था बिष्ट का परिवार वर्तमान में देहरादून के लोअर नेहरूग्राम पशुपति नाथ इन्क्लेव में रहता है। आस्था कहती हैं की उनकी 12वीं तक की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय आईआईपी मोहकमपुर में हुई। बचपन से ही उनका सपना डाँक्टर बनने का था इसलिए डॉक्टरी के सपने के लिए एक साल जमकर पढ़ाई की। आस्था ने आकाश इंस्टीट्यूट से ऑनलाइन कोचिंग भी की। जिससे उनके सपने को साकार होने में बहुत मदद मिली। आस्था कहती हैं कि उन्होंने लगातार आठ से दस घंटे तक तैयारी की। बताते चलें कि आस्था के पिता अशोक बिष्ट आईटीबीपी में हैड कांस्टेबल हैं। मां विमला बिष्ट गृहणी हैं। पिता अशोक बिष्ट ने बताया कि वे चाहते थे कि बेटा इंजीनियर बन गया तो बेटी डॉक्टर बने और बिटियाँ ने भी उनके सपने को टूटने नहीं दिया।