National Bravery Award 2022: राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए पहाड़ से 3 बच्चों के नाम दिल्ली भेजे गए
देवभूमि उत्तराखंड के लिए यह बड़े ही गर्व की बात है कि प्रदेश के 3 बच्चों के नाम इस बार राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के लिए भेजे गए हैं। बता दें कि राज्य बाल कल्याण परिषद के द्वारा भारतीय बाल कल्याण परिषद नई दिल्ली को जिन बच्चों के नाम भेजे गए हैं उसमें रुद्रप्रयाग जिले के नितिन, और पौड़ी गढ़वाल के आयुष ध्यानी एवं अमन सुंद्रियाल सम्मिलित हैं। बताते चलें कि पुरस्कार के अंतर्गत एक पदक ,प्रमाण पत्र और नकद धनराशि दी जाती है। इतना ही नहीं बच्चों को स्कूल की पढ़ाई पूरी करने तक आर्थिक सहायता भी दी जाती है।(National Bravery Award 2022)
पहला घटनाक्रम 12 जुलाई वर्ष 2021 का है जब रुद्रप्रयाग का तमिण्ड गांव निवासी नितिन अपने बड़े भाई सुमित के साथ नारी देवी चंडिका मंदिर महायज्ञ में जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में पानी के स्रोत पर नितिन पानी पीने लगा और सुमित कुछ आगे निकल गया। पानी के स्रोत पर पहले से घात लगाए गुलदार ने उस पर झपट्टा मार दिया और उसे घसीटता हुआ ले गया इस बीच नितिन ने लहूलुहान अवस्था में गुलदार से भीड़कर उसके पंजों को जकड़ लिया। जिसकी चीख-पुकार सुनकर उसका बड़ा भाई सुमित मौके पर पहुंचा और उसने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया साथ ही गुलदार पर पत्थर मारने शुरू कर दिए वहीं स्थानीय ग्रामीणों को आते देख गुलदार मौके से भाग गया।
दूसरा मामला है पौड़ी गढ़वाल जिले का जहां जिले के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डुंगरी नैनीडांडा के 9वीं कक्षा के छात्र आयुष ध्यानी और अमन सुंद्रियाल ने अपनी जान जोखिम में डालकर स्कूल की प्रधानाध्यापिका के साथ जंगल में लगी आग बुझाकर स्कूल को सुरक्षित बचा लिया। वहीं राज्य बाल कल्याण परिषद की महासचिव पुष्पा मानस के अनुसार परिषद ने पुरस्कार के लिए इन बहादुर बच्चों के नाम भेजे गए हैं। अब पुरस्कार के लिए अंतिम चयन भारतीय बाल कल्याण परिषद नई दिल्ली की ओर से किया जाएगा।