Uttarakhand New District: ऋतु भूषण खंडूड़ी ने मुख्यमंत्री धामी से मिल कर रखी नए जिले की बात जानिए क्या है पूरा मामला
बीते दिनों कोटद्वार को राज्य का नया जिला बनाने को अपनी पहली प्राथमिकता बताकर प्रदेश की विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी ने एक बार फिर राज्य में नए जिलों के गठन को हवा दे दी है। इसके साथ ही वर्षों से नए जिलों की राह देख रहे कोटद्वार सहित राज्य के कई क्षेत्रों के वाशिंदे नए जिलों की मांग को लेकर फिर सक्रिय हो गए हैं। कुल मिलाकर वर्षों से आंदोलनों और सरकारी फाइलों में दबा नए जिलों के गठन का जिन्न एक बार फिर बाहर निकल आया है। बता दें कि राज्य में नए जिलों की गठन की मांग लंबे समय से की जा रही है। विदित हो कि 15 अगस्त 2011 को तत्कालीन निशंक सरकार ने यमुनोत्री, रानीखेत, डीडीहाट और कोटद्वार को जिला बनाने की घोषणा की गई थी। इसका शासनादेश भी जारी कर दिया गया था लेकिन गजट नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ। जिसका नतीजा यह है कि 11 साल के बाद भी ये 4 जिले अस्तित्व में नहीं आ पाए।(Uttarakhand New District) यह भी पढ़िए:उत्तराखंड: अगर आप भी हैं राशन कार्ड धारक तो अब सस्ते में मिलेगा चीनी, नमक और खाद्य तेल
बता दें कि कोटद्वार विधायक और राज्य की पहली विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूड़ी ने मीडिया से बातचीत में कोटद्वार जिला निर्माण को अपनी पहली प्राथमिकता बताते हुए कहा था कि कोटद्वार को जिला बनाने के लिए उनको जहां कहीं पर भी बात करनी पड़ेगी वह करेंगी। उन्होंने कहा कि कोटद्वार को जिला बनाने की कवायद अब शुरू हो गई है। इसके लिए जितनी मेहनत लगेगी वे करेंगी या उन्हें कहीं भी जाना होगा वह जाऐंगी। इसी सिलसिले में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु ने शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री से कोटद्वार को जिला बनाए जाने के संबंध में प्रमुखता से विचार करने का आग्रह किया। विधानसभा अध्यक्ष की कोटद्वार को जिला बनाने को लेकर की जा रही पैरवी को देखते हुए तो यही लगता है कि उत्तराखण्ड में जल्द ही नए जिलों का गठन हो सकता है। नए जिलों में कोटद्वार के अतिरिक्त डीडीहाट, यमुनोत्री, रानीखेत, काशीपुर आदि शामिल हों सकते हैं। ये सभी ऐसे क्षेत्र हैं जहां के वाशिंदे कई वर्षों से जिला गठन की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। यह भी पढ़िए:उत्तराखंड : शिक्षामित्रों के लिए बड़ी खुशखबरी मानदेय में बढ़ोतरी का आदेश हुआ जारी