पिथौरागढ़ की निधि रावत बनी भारतीय सेना (Indian army) में लेफ्टिनेंट (Leftinent), परिवार में हर्षोल्लास का माहौल..
उत्तराखण्ड के वाशिंदे हमेशा से सेना में जाकर देशसेवा को लालायित रहते हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जनसंख्या की दृष्टि से अपेक्षाकृत छोटा राज्य होने के बावजूद भी उत्तराखंड के वाशिंदों का देश की सेनाओं में अग्रणी स्थान है। बात सीमांत जिले पिथौरागढ़ की करें तो यहां हर तीसरे घर का एक सदस्य सेना में रहकर देशसेवा कर रहा है या कर चुका है। आज हम आपको राज्य के पिथौरागढ़ जिले की रहने वाली एक ऐसी ही प्रतिभावान बेटी से रूबरू करा रहे हैं जो भारतीय सेना (Indian army) में लेफ्टिनेंट बन गई है। जी हां.. हम बात कर रहे हैं निधि रावत की, जिन्होंने सेना में लेफ्टिनेंट (Leftinent) बनकर न सिर्फ सीमांत जिले का मान बढ़ाया है बल्कि समूचे प्रदेश को भी गौरवान्वित किया है। निधि की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर है।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के मुवानी की रहने वाली निधि रावत सेना में लेफ्टिनेंट बन गई हैं। बता दें कि अखिल भारतीय मिलिट्री सर्विसेस की परीक्षा में अपने पहले ही प्रयास में सफलता अर्जित करने वाली निधि ने चार साल की कठिन प्रशिक्षण के बाद लखनऊ कमांड हॉस्पिटल में आयोजित हुई कमीशनिंग सेरेमनी के दौरान यह मुकाम हासिल किया। सबसे खास बात तो यह है कि एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली निधि आब्स्टिकस एंड गाइनेकोलॉजी विषय में टॉपर भी रहीं। बताते चलें कि उनके स्वगीर्य पिता हरीश कुमार रावत भी सेना में नायब सूबेदार के पद पर रह चुके हैं जबकि उनकी मां बीना रावत एक कुशल गृहिणी हैं। इतना ही नहीं उनके चाचा-चाची भी सेना में अधिकारी हैं। वर्तमान में अपने परिवार के साथ बरेली में रहने वाली निधि ने अपनी शिक्षा आर्मी स्कूल बरेली से प्राप्त की है।
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