Ojas Pandey Book Records : पिथौरागढ़ के ओजस ने हासिल की विशेष उपलब्धि, वाटर रैपलिंग मे इंडिया और एशिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में दर्ज कराया अपना नाम…
Ojas Pandey Book Records उत्तराखंड में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है यहां के प्रतिभावान युवा तो हर क्षेत्र में ऊंचे मुकाम हासिल कर ही रहे हैं बल्कि यहां के होनहार नौनिहाल भी अपनी मेहनत के दम पर सफलता के झण्डे हर क्षेत्र में गाड़ रहे है जो वाकई में सरहाना के काबिल है। हम आए दिन आपको ऐसे ही होनाहर बच्चों से रूबरू करवाते रहते हैं जो विशेष क्षेत्र में सफलता हासिल कर पूरे प्रदेश का मान बढ़ाते हैं। आज हम आपको ऐसे ही एक और होनहार नौनिहाल से रूबरू करवाने वाले हैं जिन्होंने साहसिक खेलों के जरिए अपना नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में दर्ज किया है। जी हां… हम बात कर रहे हैं सीमांत जिले पिथौरागढ़ के रहने वाले ओजस की जिन्होंने विशेष उपलब्धि हासिल की है।
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Ojas Pandey Pithoragarh adventure sports बता दें पिथौरागढ़ जिले के पदियाधारा टकाना निवासी 9 वर्षीय ओजस पांडेय ने साहसिक खेलों के क्षेत्र में अपना नाम बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में दर्ज किया है जो पूरे प्रदेश के लिए बेहद गर्व की बात है। ओजस ने 14 जून को मुख्यालय के निकट भुरमुनि में बेहद ठंडा 43 मीटर ऊंचे झरने से रिकॉर्ड समय में वाटर रैपिंग की थी उस समय ओजस की उम्र 9 साल 7 महीने और 9 दिन थी। इतना ही नहीं बल्कि ओजस ने खेलो इंडिया खेलो की जिला स्तरीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में पिछले वर्ष स्वर्ण पदक हासिल किया था। कक्षा 6 में अध्यनरत ओजस आर्टिफिशियल रॉक आर्मी क्षेत्र में कई बार सफलतापूर्वक आरोहण भी कर चुके हैं। ओजस तरह-तरह के पौधे लगाने के भी शौकीन है जो प्रतिवर्ष अपने गुल्लक में जमा धनराशि को अपने जन्मदिन पर जरूरतमंद बच्चों को कॉफी , किताब ,पेंसिल कलर बॉक्स भी देते रहे हैं। दरअसल ओजस के पिता वासू पांडेय और माता जया पांडेय दोनों बेहतरीन पर्वतारोही है। जिनके नेतृत्व में साहसिक खेलों की अग्रणी संस्था इंट्रिसिक क्लाइंबर्स एण्ड एक्सप्लोरर्स आईस टीम के जरिए जनपद की प्रतिभाऐं पर्वतारोहण और अन्य सामाजिक गतिविधियों में उल्लेखनीय सफलता हासिल कर चुके हैं।