उत्तराखंड की बेटी ओशिन जोशी ने PCS परीक्षा(PCS Exam) में DSP पद पर 10वीं रैंक की हासिल, उत्तरकाशी में चल रही हैं ट्रेनिंग
उत्तराखंड की बेटियाँ आज प्रशाशनिक अधिकारीयों से लेकर वैज्ञानिक के रूप में देश के कोने कोने में अपनी सेवाएं दे रही हैं। ऐसी ही एक उत्तराखंड की एक और बेटी से आज हम आपको रूबरू कराने जा रहे हैं जिन्होंने बीटेक से लेकर एक DSP तक का सफर बड़े ही संघर्षो में किया। जी हाँ हम बात कर रहे देहरादून की ओशिन जोशी की जिन्होंने PCS परीक्षा9PCS Exam) में DSP पद पर 10वीं रैंक हासिल कर समूचे प्रदेश को गौरान्वित किया है। फिलहाल अभी वो उत्तरकाशी में अपनी ट्रेनिंग पूरी कर रही हैं। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक एन्ड कम्युनिकेशन में बीटेक किया। इसके बाद मैनेजमेंट फील्ड में जाने की रूचि थी, जिसके लिए CAT का एग्जाम दिया और सफलता नही मिली। इसके बाद एयरफोर्स, आर्मी, और बैंक आदि की बहुत सी परीक्षाएं दी, लेकिन हर जगह से असफलता ही हाथ लगी। बस फिर क्या था लोगों के ताने सुन-सुनकर बुरी तरह टूट चूकी थी। लेकिन फिर एक होसला जगा की जिंदगी का सफर लंबा है ,और फिर से वापसी की तो पहले ही प्रयास में PCS परीक्षा उत्तीर्ण कर ली और DSP बन गईं।
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ओशिन के पिता NTPC में एडिशनल जनरल मेनेजर हैं, और मां गृहणी हैं। ओशिन कहती हैं कि उनके भाई ने उन्हे हर कदम पर प्रेरित किया और कभी हार ना मानने को कहा। सबसे खास बात तो यह है कि ओशिन ने NGO से वापसी की और सफलता हासिल की। दरअसल जब हर जगह से असफलता ही मिली तो ओशिन ने ‘रूम टू रीड’ NGO ज्वाइन किया और 8वीं के बच्चों की काउंसलिंग शुरू की। इसके बाद उन्होंने देहरादून का सौभाग्यम इंटरनेशनल स्कूल ज्वाइन किया । यहाँ से उन्हे एक नया आत्मविश्वास जरूर मिला लेकिन फिर वही हमारा समाज और रिश्तेदार ताने देने लगे कि इंजीनियरिंग के बाद स्कूल में 8 हजार की नौकरी कर रही हो। जिसके बाद 2016 में देहरादून में वेदांता आईएस अकैडमी जॉइन की और UPSC की तैयारी शुरू कर दी। यहां से काफी एग्जाम दिए और उन्होंने पहले ही प्रयास में PCS परीक्षा उत्तीर्ण कर ली।
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